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आकांक्षा दुबे मामले में समर सिंह को 14 दिन की जेल

गुरुवार की रात गाजियाबाद से की गयी थी गिरफ्तारी
मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद पुलिस ने दिखाई तेजी

-सुरेश गांधी

वाराणसी : भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री आकांक्षा दुबे प्रकरण में आरोपी समर सिंह को मजिस्ट्रेट ने चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया। कमिश्नरेट की पुलिस समर सिंह की रिमांड के लिए सोमवार को कोर्ट में अर्जी लगायेगी। पुलिस के मुताबिक गुरुवार की रात समर सिंह को गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन के चार्म्स क्रिस्टल सोसायटी स्थित एक फ्लैट से गिरफ्तार किया गया था। गाजियाबाद की कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद पुलिस समर सिंह को लेकर शनिवार सुबह वाराणसी पहुंची। दोपहर बाद उसे मेडिकल के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल ले जाया गया। मेडिकल होने के बाद उसे न्यायालय ले जाया गया। सारनाथ पुलिस सोमवार को उसकी कस्टडी रिमांड मांगेगी। इधर, आकांक्षा दुबे की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ रहा था। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कमिश्नरेट की पुलिस की कार्यशैली पर गहरी नाराजगी जताई थी। उन्होंने हर हाल में समर की गिरफ्तारी जल्द सुनिश्चित करने का निर्देश पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन को दिए थे।

पुलिस के मुताबिक समर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। दर्ज मुकदमे के संबंध में साक्ष्य जुटाने के लिए समर से विस्तार से पूछताछ जरूरी है। पूछताछ में खंगाला जायेगा कि आखिर समर ने ऐसा क्या किया कि उसे आत्महत्या के लिए विवश होना पड़ा। इसके अलावा समर के मोबाइल को फोरेंसिक लैब में भेज कर चेक कराया जाएगा। देख जायेगा कि कहीं आकांक्षा से संबंधित कोई महत्वपूर्ण डेटा या चैट उसने डिलीट तो नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद समर सिंह अपने को बेकसूर बता रहा है। लेकिन पुलिस कार्रवाई एवं जांच के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचेगी। बता दें, समर 10 दिन से पुलिस से आंख मिचौली खेल रहा था, लेकिन गुरुवार देर रात वह पुलिस के चंगुल में फंस गया। वह गाजियाबाद में अपने जिस परिचित के फ्लैट में ठहरने के लिए पहुंचा था, वहां कमिश्नरेट की पुलिस को देखकर सन्न रह गया।

समर का आरोपों से इनकार

पुलिस ने गिरफ्तारी की बात कही तो वह रोने लगा। उसने पुलिस से गुहार लगाई और कहा कि आकांक्षा दुबे ने न कोई सुसाइड नोट नहीं लिखा था। ना आत्महत्या से पहले उस पर कोई आरोप लगाया, फिर भला उसे कसूरवार क्यों ठहराया जा रहा है? इसलिए उसे छोड़ दिया जाए। समर सिंह ने पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि वह बीते 25 और 26 मार्च को गोरखपुर में शूटिंग कर रहा था। गोरखपुर में ही उसे आकांक्षा की आत्महत्या की जानकारी मिली। 26 मार्च की रात वह लखनऊ गया था। 27 मार्च को आकांक्षा की मां मधु दुबे के आरोपों और खुद पर दर्ज मुकदमे की जानकारी उसे मिली तो वह घबरा गया। एक बार लगा कि वह अपना पक्ष पुलिस के सामने रखे, लेकिन मधु दुबे के आरोपों की वजह से वह हिम्मत नहीं जुटा सका। इसके बाद अपना वाहन लखनऊ में ही छोड़ कर सड़क मार्ग से अपने दोस्त संजय सिंह के साथ गाजियाबाद चला गया। गाजियाबाद के साथ ही दिल्ली, नोएडा और देहरादून में अपने खास करीबियों के यहां ठिकाने बदल-बदल कर रहा। समर इस कोशिश में था कि इलाहाबाद हाईकोर्ट से उसकी गिरफ्तारी पर स्टे मिल जाए। इसके लिए उसके अधिवक्ताओं ने कागजी कार्रवाई भी शुरू कर दी थी। गुरुवार को वह देहरादून से गाजियाबाद आया था और शुक्रवार को उसे लौटना था। हालांकि, इससे पहले ही वह पकड़ा गया। पुलिस की पूछताछ में समर ने बताया कि उसके ऑफिस लखनऊ और मुंबई में हैं। रुपये के लेनदेन और उसके प्रमोशन से संबंधित कामकाज दोस्त संजय सिंह देखता है। उसे पता था कि मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस उसकी तलाश में आजमगढ़ के मेंहनगर स्थित घर जाएगी। फिर, लखनऊ और मुंबई स्थित उसके ठिकानों पर छापा मारेगी। इसलिए जानबूझकर मुंबई नहीं गया और लखनऊ भी छोड़ दिया। पुलिस सर्विलांस की मदद से उन लोगों के मोबाइल नंबर की जानकारी ले रही थी, जो 26 और 27 मार्च को लगातार समर सिंह के संपर्क में थे। समर के करीबियों के मोबाइल की मदद से ही उसकी लोकेशन के बारे में सटीक जानकारी मिली।

पुलिस को देता रहा चकमा

भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे वाराणसी के सारनाथ स्थित एक होटल के कमरे में मृत मिली थीं। वह अपने बेड पर बैठी हुई थीं और उनके गले में पंखे के सहारे दुपट्टे का फंदा था। आकांक्षा की मां मधु दुबे की तहरीर के आधार पर सारनाथ थाने में भोजपुरी गायक समर सिंह और संजय सिंह के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं दूसरी ओर डॉक्टरों के पैनल ने अभिनेत्री के शव का पोस्टमॉर्टम किया। आकांक्षा दुबे की मां ने समर सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि समर आकांक्षा को रोजाना प्रताड़ित करता था। पैसे हड़प लेता था। तीन साल से टॉर्चर कर रहा था। समर और संजय सिंह ने साजिश के तहत हत्या की है। पुलिस ने बताया कि एक्ट्रेस की मौत की फांसी लगाने से हुई है। पुलिस ने इसे पूरी तरह से आत्महत्या बताया। इस दौरान अभिनेत्री अक्षरा सिंह आकांक्षा दुबे के पैतृक आवास भदोही जिले के बरदहां गांव पहुंचीं और निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर आकांक्षा दुबे की मां मधु दुबे ने कई अन्य लोगों के साथ सारनाथ थाने में प्रदर्शन किया। पुलिस पर समर सिंह से मिलीभगत समेत अन्य आरोप लगाए। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार करने का वादा किया। आकांक्षा दुबे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार गले पर फंदे की इंजरी के अलावा पूरे शरीर में कहीं भी सिंगल इंजरी नहीं मिली। पुलिस ने समर सिंह और संजय सिंह के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया। लुक आउट नोटिस की सूचना एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया को भेजी गई। दूसरी ओर इसी दिन आकांक्षा दुबे की मौत के मामले में उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर उनकी मां मधु दुबे के अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी ने सवाल खड़े किए।