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कार्यस्थल एवं घरों में अनावश्यक वस्तुओं के संग्रह से बचना चाहिए : विनोद पांडेय

‘कार्यस्थल पर स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के विश्व दिवस’ पर अग्निशमन विभाग एवं RSMT के संयुक्त तत्वावधान में कार्यशाला का आयोजन

वाराणसी : यूपी कॉलेज परिसर स्थित राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में “कार्यस्थल पर स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के विश्व दिवस” विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए निदेशक डॉ अमन गुप्ता ने कहा कि कार्यस्थल पर सुरक्षित वातावरण एवं स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है, अन्यथा उत्पादकता प्रभावित होनी तय होती है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा की इस कार्यशाला के माध्यम से विद्यार्थियों को कार्यस्थल एवं घरों में एक सुरक्षित वातावरण बनाने में पूरी सहायता मिल सकेगी।

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता विनोद कुमार पांडेय, वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी वाराणसी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कार्यस्थल के साथ-साथ घरेलू स्तर पर एक सुरक्षित वातावरण बनाने पर जोर देते हए बताया कि अग्नि मुख्यतः चार स्त्रोतों से लगती है और यह हमारे जीवन के हर क्षण में साथ ही रहती है। अग्नि का स्वरुप बड़ा न हो सके इसके लिए कार्यस्थल की बनावट, निकास द्वार, बिजलीके तारों का सुव्यवस्थित रख-रखाव, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उचित प्रयोग इत्यादि विषयों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर ज्यादा जोर दिया कि हमें कार्यस्थल एवं घरों में अनावश्यक वस्तुओं के संग्रह से बचना चाहिए अन्यथा हमारे कार्यस्थल एवं घर को लाक्षागृह बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने टी.वी., एसी, कार एवं अन्य उपकरणों के सही उपयोग पर विस्तार से जानकारी प्रदान की।

उन्होंने कई भीषण अग्निकांड के बारे में बताते हुए कहा कि उन सभी को रोका जा सकता था यदि समय रहते उचित कदम उठा लिए गए होते। उन्होंने विद्यार्थियों को भविष्य का एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते हुए अग्नि से बचाव के लिए सदैव सजग रहने कि अपील की। उन्होंने विद्यार्थियों के विभिन्न प्रश्नों का समाधान भी किया। उन्होंने कार्यक्रम के अंत में अग्नि के छोटे प्रसार को रोकने के लिए संजीव तरीके से अग्नि बुझाकर विद्यार्थियों दिखाकर समझाया। धन्यवाद ज्ञापन विजय कुमार पांडेय ने किया। कार्यक्रम का सञ्चालन सुश्री नैंसी सिंह ने किया। इस अवसर पर आशुतोष श्रीवास्तव, प्रीति नायर, आनंद मोहन पांडेय, सुजीत सिंह, डॉ बृजेश कुमार यादव, एवं डॉ राजेंद्र शर्मा, डॉ शैलेन्द्र तिवारी एवं आनंद गुप्ता सहित समस्त शैक्षिणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित थे।