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भारत को वैश्विक खेल शक्ति बनाने के साथ ही समाज के सशक्तिकरण का नया दौर : मोदी

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2022 का उत्तर प्रदेश में भव्य व ऐतिहासिक उद्घाटन

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की मेजबानी में होने वाले तृतीय खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2022 उत्तर प्रदेश की शुरुआत गुरुवार को बीबीडी यूनिवर्सिटी में हो गई। इन खेलों का वर्चुअल उद्घाटन गुरुवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में भाग ले रहे खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं दी और कहा कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन से यूनिवर्सिटी में खेल के माहौल में बदलाव होगा और ये खेल उत्सव देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। प्रधानमंत्री ने खेलो इंडिया गेम्स में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियो को बधाई दी और कहा कि आज यूपी में देश की खेल प्रतिभाओ का संगम बना है। खेलो इंडिया में खेलो इंडिया में जो जितने खिलाड़ी आये है वे अलग राज्यो व अलग-अलग क्षेत्रों से आये है। मैं यूपी का सांसद हूं ओर यूपी में आने वाले सभी खिलाड़ियों का स्वागत करता हूँ। पीएम मोदी ने कहा कि पहले खेलों में घोटाले होते थे और अब पूरे देश में खेलों को लेकर नया माहौल है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों ने केवल कार्यक्रमों के नाम बदले थे, अब खेल को नेक्सट लेवल पर ले जाया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले हमने खेलो इंडिया गेम्स की शुरुआत की। अब खेलो इंडिया विंटर्स गेम की भी शुरुआत हो गई है। पीएम मोदी ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि यूपी में खेलों के विकास को लेकर जो काम हो रहा है, वह बेहतरीन है। पीएम ने आगे कहा कि मैं आप सभी खिलाड़ियों को आने वाली प्रतिस्पर्धाओं के लिए भी बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 9 सालों में भारत में खेलों का एक नया युग शुरू हुआ है। ये नया युग विश्व में भारत को एक खेल शक्ति बनाने का ही नहीं है ये खेलों के माध्यम से समाज के सशक्तिकरण का भी नया दौर है। हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्पोर्ट्स को एक विषय के रूप में पढ़ाया जाना प्रस्तावित है। स्पोर्ट्स अब पाठ्यक्रम का हिस्सा होने जा रहा है। देश की पहली राष्ट्रीय खेल युनिवर्सिटी के निर्माण से इसे और मदद मिलेगी।

पीएम मोदी ने कहा कि अब खेल को अट्रैक्टिव प्रोफेशन के तौर पर देखा जाने लगा है। हमारी सरकार ने खिलाड़ियो की दशकों पुरानी समस्या का निदान किया है। आज खिलाड़ियो के कल्याण के लिए बजट बढ़ाया गया है और खिलाड़ियो की पहचान करके उन्हें आर्थिक सहायता दी जा रही है। पीएम मोदी ने युवा खिलाड़ियों से कहा कि इन खेलों में भाग लेने के साथ हम खेलेंगे भी और खिलेंगे भी। पीएम मोदी ने कहा कि इन गेम्स का समापन मेरे निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में होगा और मैं उसी का इंतजार कर रहा हूं। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स जैसे टूर्नामेंट टीम भावना को विकसित करने में मदद करते हैं और विभिन्न राज्यों के खिलाड़ियों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान होगा। इसी के साथ दस दिनों तक उत्तर प्रदेश की मेजबानी में चलने वाले खेल उत्सव की आधिकारिक शुरुआत हो गई जिसमें देश भर के विभिन्न यूनिवर्सिटीज से आये 4000 से ज्यादा खिलाड़ी विभिन्न खेल स्पर्धाओं में भाग लेंगे। ये सभी अपने कौशल, नीति और धैर्य (कौशल, रणनीति और धैर्य) के मंत्र और ‘गर्व से गौरव’ के मंत्र के साथ इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं। इस समारोह में अनुराग ठाकुर (माननीय केंद्रीय युवा मामले और खेल और सूचना और प्रसारण मंत्री, भारत सरकार) भी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।

इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खेल की गतिविधियां गांव-गांव तक पहुंची हैं। यूपी के हर जनपद में स्टेडियम के निर्माण के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया गया है। आज प्रधान मंत्री के मार्गदर्शन के तहत काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया हो या फिट इंडिया, खेल नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है। यह खेल आयोजन “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के विजन को तय करेंगे। सीएम योगी ने इस बात पर गर्व जताया कि उत्तर प्रदेश को खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी मिली है। हमारी सरकार में हर ग्राम पंचायत में खेल मैदान बनवाया जा रहा है और हर जिले में युवा दल और महिला मंगल दल को खेल किट दे रहे हैं। हम एथलीटों को नौकरी, नकद पुरस्कार भी दे रहे हैं और राज्य और देश के लिए पदक जीतने वालों के लिए खेल कोटे में नौकरी भी दी जा रही है।

केंद्रीय खेल तथा सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का यह तीसरा संस्करण आयोजित हो रहा है और खेलो इंडिया गेम्स के लिए ये बड़ा कदम है। यह हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि खेलों को देश की बड़ी संख्या में मौजूद युवा आबादी का एक अभिन्न अंग बनाया जाये। उन्होंने कहा कि 2018 में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में खेलो इंडिया स्कूल गेम्स की शुरुआत हुई थी जिसका स्तर अब अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरुप हो गया है। वर्तमान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के 5 संस्करण और यूनिवर्सिटी गेम्स के 2 संस्करण आयोजित किए जा चुके है। इसके साथ उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश खेल विभाग की सराहना की कि वे खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। खेलों के दौरान चिकित्सा सुविधाओं को भी काफी महत्व दिया जा रहा है। भीषण गर्मी को देखते हुए सभी स्थलों पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था के साथ स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। वहीं मौके पर डाक्टरों की ड्यूटी भी रहेंगी और जनरल मेडिसिन भी उपलब्ध रहेंगी। इसके साथ ही आयोजन स्थलों के पास अस्पताल भी चिन्हित कर लिए गए हैं, जिनका जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जा सके। इसके साथ ही एंबुलेंस की भी समुचित व्यवस्था की जाएगी। इस आयोजन को भव्य रूप से सफल बनाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।

गिरीश चंद्र यादव (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार, खेल एवं युवा कल्याण विभाग, उ.प्र. सरकार) ने कहा कि आज दुनिया देख रही है यूपी इतने बड़े खेल का आयोजन इतने भव्य तरीके से कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका है जब इन खेलों की मेजबानी यूपी कर रहा है। ऐसे में इसका आयोजन ऐसा हो जो दूसरों के लिए नजीर बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने काफी पहले से इसके आयोजन को लेकर तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने बताया कि इसमें आ रहे खिलाड़ियों व अन्य आगंतुकों को उच्च स्तरीय सुविधाएं दी है। इन खेलों में प्रतिभाग करने आ रहे 200 विश्वविद्यालयों के चार हजार खिलाड़ियों की सुविधा का पूरी तरह से ख्याल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश इससे भी बड़े आयोजन के लिए तैयार है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उनकी सरकार खेलों के प्रति गम्भीर है और यहां से नई प्रतिभाओं को तराशा जायेगा।

नवनीत सहगल (आईएएस, अपर मुख्य सचिव, खेल और युवा कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार) ने कहा कि आखिरकार इंतजार खत्म हो गया है, और उत्तर प्रदेश में इन खेलों में भाग लेने वाले एथलीटों क लिए बहुत उत्साह है। उत्तर प्रदेश इन एथलीटों का गर्मजोशी से स्वागत करता है क्योंकि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स उत्तर प्रदेश 2022 के ऐतिहासिक संस्करण का मंचन है। हमने इस आयोजन में सभी के लिए सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की है और उम्मीद है कि एथलीट इन खेलों में भाग लेने वाले एथलीट राज्य के राजदूत के रूप में वापस जाएंगे। हमें यहां उच्चस्तर की प्रतिस्पर्धा की उम्मीद हैं और यह राज्य भर के सभी एथलीटों के लिए यह एक उत्कृष्ट अवसर है कि खेल के पावरहाउस के रूप में अपने विश्वविद्यालयों की प्रतिष्ठा को मजबूत कर सके।