सरकार कॉलोनियल एरा (औपनिवेशिक युग) के सोने की खदानों के एक समूह को पुनर्जीवित करने की योजना बना रही है, जिन्हें 15 सालों के लिए बंद कर दिया गया था। इसमे 2.1 बिलियन डॉलर (120 अरब रुपए) का रिजर्व बचा है। दरअसल, भारत सरकार सोने के आयात को कम से कम करना चाहती है। आपको बता दें कि भारत दुनिया में चीन के बाद सोने का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है।
सरकार की ओर से संचालित मिनरल एक्सपलोरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने डिपॉजिट्स के सही आकलन के लिए कर्नाटक के कोलार गोल्ड फील्ड्स की स्टडी शुरू कर दी है। यह जानकारी आला अधिकारियों से मिली है। पहले कोलार गोल्ड फील्ड्स का नियंत्रण भारत गोल्ड माइंस लि. के पास था। सरकार ने एसबीआई कैपिटल्स को इसकी स्टडी का काम सौंपा है, जो यह भी पता लगाएगा कि कर्मचारियों (वर्कस) और प्राधिकरण (अथॉरिटीज) का कंपनी पर कितना बकाया है।
आपको बता दें कि दुनिया में सबसे ज्यादा सोना आयात करने में चीन के बाद भारत का नंबर आता है। कच्चे तेल के बाद भारत जिस चीज का सबसे ज्यादा आयात करता है, वह सोना ही है। भारत विदेश से सोना खरीदने पर एक साल में करीब 200 अरब रुपए की रकम खर्च करता है। जानकारी के मुताबिक सोना भारत में लोगों के लिए घरेलू बचत का मुख्य रास्ता है जिसमें एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लाखों लोग निवेश करते हैं। एक आंकडे के मुताबिक भारत हर साल करीब 900 से 1000 टन सोने का आयात करता है।