नवादा (बिहार) : नवादा जिले के रजौली प्रखण्ड मुख्यालय के सुदूरवर्ती पंचायत सवैयाटांड़ के ललकी माइका खदान में डीएफओ संजीव रंजन व प्रशिक्षु आईएफएस श्रेष्ठ कृष्णा के नेतृत्व में गुरुवार को अवैध खनन के विरुद्ध छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान रेंजर मनोज कुमार,फोरेस्टर रविरंजन कुमार,फोरेस्टर अभिषेक कुमार व राजू शर्मा मौजूद थे। वन विभाग की छापेमारी से अवैध खनन में जुटे दर्जनों लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।छापेमारी में अवैध खनन में जुटे कुल 4 माफियाओं को वन विभाग के कर्मियों द्वारा गिरफ्तार किया गया है।साथ ही तीन महिलाओं को भी छापेमारी स्थल से खनन करते हुए हिरासत में लिया गया।
छापेमारी के दौरान 10 बोरा माइका एवं खनन में जुटे 4 बाइक को जब्त किया गया। प्रशिक्षु आईएफएस श्रेष्ठ कृष्णा ने बताया कि अवैध खनन को लेकर गुप्त सूचना मिली। सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई को लेकर वनकर्मियों की एक टीम गठित की गई।गठित टीम द्वारा ललकी माइका खदान में छापेमारी की गई।छापेमारी के दौरान अवैध खनन में संलिप्त कुल 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।गिरफ्तार लोगों में सपही गांव निवासी महादेव राजवंशी के बेटे विकास कुमार,बाराटांड़ गांव निवासी मो इसराइल के बेटे मो फारूक व अब्दुल सत्तार के बेटे अब्दुल मलिक एवं झारखंड के डोमचांच थाना क्षेत्र के जानपुर गांव निवासी बालेश्वर पण्डित के बेटे पिन्टू पंडित शामिल हैं।
मौके से 10 बोरा में भरे पड़े माइका एवं 4 बाइक जब्त किया गया है। रेंजर मनोज कुमार ने बताया कि माइका खनन को लेकर गिरफ्तार लोगों के अलावे बाराटांड़ गांव निवासी ओली मोहम्मद के बेटे सरफराज,चटकरी गांव निवासी गुलेश्वर तुरिया के बेटे भोला तुरिया, राजकुमार तुरिया के बेटे गुड्डू तुरिया व अन्य लोगों के विरुद्ध वन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।सभी गिरफ्तार लोगों को गुरुवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। वहीं हिरासत में लिए गए महिलाओं को बॉण्ड पेपर पर छोड़ दिया गया है। जिससे लोगों में शुभ-लाभ कर महिलाओं को छोड़ने की चर्चा जोरों पर है। हालांकि डीएफओ ने बताया कि एक महिला को रेंज कार्यालय से बॉण्ड भरकर छोड़ा गया है।