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सुरंग से मजदूरों को निकालने की जद्दोजहद जारी, अभी भी 30-40 मीटर खुदाई होनी बाकी
देहरादून : उत्तरकाशी में टनल धसने के कारण फंसे मजदूरों को बाहर निकालने की जद्दोजहद जारी है। इसी कड़ी में यहां पर अंदर फंसे 40 मजदूरों को बाहर निकालने की दिशा में बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल टनल के अंदर 900 मीटर चौड़ाई के साथ 6 मीटर लंबाई वाले पांच पाइपों की मदद ली गई है। इसकी सहायता से फंसे हुए लोगों से संपर्क किया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि इंजीनियर और विशेषज्ञों की टीम, सभी लोग अपनी सेवाएं दे रहे हैं, 25 मीटर गहराई तक पाइप डालने का काम पूरा हो चुका है, अभी भी लगभग 30 मीटर तक खुदाई बाकी है। धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भी बराकर रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए हैं, हमारी भगवान से प्रार्थना है कि जल्द से जल्द कार्य संपन्न हो जाए और अंदर फंसे लोग सुरक्षित बाहर निकल आयें।
मलबे को हटाने के लिए ड्रिलिंग का उपयोग किया जा रहा था, मगर अब इसे रोक दिया गया है। केंद्र सरकार ने मलबे की जियोफिजिकल स्टडी कराई है। इसके लिए दिल्ली से ऑपरेशन साइट पर वैज्ञानिकों की टीम पहुंची है। इस मलबे में बड़ी मशीनों के दबे रहने की आशंका है। ऐसा कहा जा रहा है कि जियोफिजिकल स्टडी से यह तस्वीर साफ होने की उम्मीद है। कठोर पदार्थ हो हटाने के लिए कटर का उपयोग किया गया है। इसके लिए डायमंड-बिट मशीनों की सहायता ली गई है। इसके बाद ड्रिलिंग दोबारा से आरंभ की गई है। इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की ओर से बताया गया कि शुक्रवार सुबह 6 बजे तक एडवांस ड्रिलिंग मशीन सहायता से टनल के अंदर जमा मलबे को 25 मीटर तक ड्रिल किया गया। यहां पर फंसे मजदूरों तक पहुंचने को लेकर अभी भी 30-40 मीटर खुदाई होनी बाकी है। यहां पर ड्रिलिंग मशीन पूरी ताकत के साथ काम रही है। इस तरह से जल्द मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा।