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1000 रुपये की एसआईपी से निवेश शुरू कर बन सकते हैं करोड़पति

रिटायरमेंट अवधि 35 साल में हो जायेगा लगभग 9 करोड़
BHU में वित्तिय योजना के महत्व पर सेमिनार आयोजित

सुरेश गांधी

वाराणसी : बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के डिपार्मेंट आफ एग्रीकल्चर एंड इकोनॉमिक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ एग्रीकल्चरल साइंस हाल में शनिवार को ठुकराल कैपिटल मार्केट (टीएमसी) एवं बंधन म्युचुअल फंड के तत्वावधान में वित्तीय योजना के महत्व पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर बंधन म्युचुअल फंड से जुड़े विशेषज्ञों ने छात्रों को समझाया कि किस तरह कम एमाउंट के निवेश में बड़ी रकम इकठ्ठा की जा सकती है। विशेषज्ञों ने बताया कि सबसे छोटी एमाउंट 1000 के एसआईपी पर निवेश करने के बाद हर साल 20 प्रतिशत की दर से निवेश राशि में वृद्धि करने पर 15 प्रतिशत के ब्याज दर से सेवा निवित्त होने की अवधि पूर्ण होने यानी 35 साल में लगभग 9 करोड़ रुपये की पूंजी तैयार मिलेगी। इस दौरान छात्रों को एक लघु डाकुमेंट्री के माध्यम से स्क्रीन पर म्युचुअल फंड के निवेश से संबंधित कई महत्वपूर्ण विषयों के जरिए छात्रों के मन उछल रहे जिज्ञासाओं व भ्रूम को दूर किया गया।

कार्यक्रम की शुरुवात महामना पं मदन मोहन मालवीय जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। उसके उपरांत संस्थान में सीनियर प्रोजेक्ट एंड डायरेक्टर डॉ एसपीएस राजन, सीनियर प्रोफेसर और एक्टिंग हेड एग्रीकल्चरल इकोनॉमिक्स डॉक्टर राकेश सिंह का सम्मान का ठुकराल कैपिटल मार्केट के निदेशक अशोक ठुकराल व बंधन म्युचुअल फंड के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट अभिनव राय द्वारा साल एवं गुलदस्ता भेंटकर सम्मानित किया गया। संस्थान के निदेशक की तरफ से ठुकराल समूह के निदेशक अशोक ठुकराल व बंधन म्युचुअल फंड के अभिनव राय, वेस्ट म्युचुअल फंड अनुभवी प्रदीप का स्वागत किया गया। इस दौरान छात्रों को लघु फिल्म इडियट वन दिखाकर बचत के महत्व और म्युचुअल फंड के माध्यम से लक्ष्य प्राप्त करने की प्रक्रिया को दिखाया विस्तार से दिखाया व समझाया गया।

मुख्य वक्ता अभिनव राय ने म्यूचुअल फंड के विभिन्न पहलुओं जैसे क्वालिटी इन्वेस्टमेंट, पावर ऑफ कॉरपोरेशनशिप, अर्ली इन्वेस्टिंग जैसे विषयों को विस्तार से समझाया। अशोक ठुकराल ने अपने अनुभवों से छात्रों को बचत के महत्व को प्रभावपूर्ण ढंग से समाझाते हुए कहा कि 25 साल की उम्र में सर्विस के दौरान किया गया 1000 का इंवेस्टमेंट रिटायरमेंट की अवधि तक 35 साल में लगभग 9 करोड़ रुपये होगा, लेकिन इसके लिए जरुरी है कि हर साल इंवेस्ट राशि में 20 प्रतिशत की वृद्धि करते रहना होगा। खास कर इंवेस्टर को किसी के बहकावे या अफवाहों से बचना होगा। लॉन्ग टर्म कैपिटल एप्रिसिएशन खासकर रिटायरमेंट फंड बनाने में यह स्कीम मददगार हो सकती है, जो निवेशक लॉन्ग टर्म में वेल्थ बनाना चाहते हैं उनके लिए यह सुटेबल स्कीम है। यानी लंबी अवधि में इनकम जेनरेट करने या कैपिटल तैयार करने वाले निवेशकों के लिए यह बेहतर स्कीम हो सकती है। यह एक हाइब्रिड स्कीम है और इसमें इक्विटी और इक्विटी रिलेटेड इंस्ट्रूमेंट्स के साथ-साथ डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश का मौका मिलेगा.इसका उद्देश्य निवेशकों को सेवानिवृत्ति लक्ष्य पूरा करने में मदद करने के लिए इक्विटी, डेट और अन्य निवेश माध्यमों के मिक्स में निवेश कर लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देना है।