अनिल बेदाग
मुंबई : अनुराधा पाल कलेक्टिव द्वारा तबले पर रामायण की गहन कहानी मुम्बई में सुनने का अनुभव आर्थिक महानगरी मुंबई में हुआ। यह पहली बार है कि किसी संगीतकार और विशेषकर पंडिता अनुराधा पाल जैसी तबला वादक ने विशेष रूप से तबला, स्वर, वाद्य संगीत और गायन पर रामायण की कहानियों की परिकल्पना और रचना की, जो भारतीय संस्कृति की कालजयी कहानियों और गहन शिक्षाओं को बयान करता है। यह लोक, शास्त्रीय, परकशन और फ्यूजन संगीत का मंत्रमुग्ध कर देने वाला मिश्रण है! तबला क्वीन अनुराधा पाल अपनी शानदार अभिव्यक्ति, उत्कृष्ट प्रस्तुति के लिए विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित हैं। वह अपने संगीत, कला और लाइव वायर प्रदर्शन से दुनिया भर के दर्शकों के साथ तुरंत तालमेल बैठा लेती हैं। उनकी गुणवत्ता, तकनीकी प्रतिभा, सटीकता और प्रशंसा संगीत में कठोर अध्ययन और तपस्या पर आधारित है।
2017 में प्रधानमंत्री मोदीजी द्वारा ‘भारत की लक्ष्मी’ के रूप में प्रशंसित, अनुराधा ने 1996 में भारत के सर्वप्रथम पूर्ण महिला उत्तर-दक्षिण बैंड – ‘स्त्री शक्ति’ – की स्थापना की और 2005 में ‘अनुराधा के तबले गाएँ कहानियाँ’ की बुनियाद रखी। प्रमुख भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय विद्वानों के साथ उनकी उत्कृष्ट संगत ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। 30 देशों में 5000 से अधिक संगीत कार्यक्रमों में उन्होंने प्रस्तुति दी है। उन्हें राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला उसके अलावा 108 प्रशंसित पुरस्कार भी दिए गए हैं।
अनुराधा के कई सामाजिक और संगीत योगदान और ट्रेंडसेटिंग कार्यों के बीच, उनका नवीनतम बैंड ‘द अनुराधा पाल कलेक्टिव लोक और शास्त्रीय संगीत के अद्भुत सम्मिश्रण के साथ तबले पर रामायण प्रस्तुत करेगा। रविवार, 17 दिसंबर को सुबह 7:30 बजे जुहू के बिरला गार्डन में एपीसीएफ पॉजिटिव वीकेंड्स में फ्यूजन म्यूजिक भी प्रस्तुत किया जाएगा। यह अनुराधा पाल कल्चरल फाउंडेशन (APCF) की एक सामाजिक सांस्कृतिक पहल है जो संगीत एवं योग के माध्यम से कल्याण और सामाजिक परिवर्तन का प्रसार करेगा।