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काशी में खुलेगी तीन नई पुलिस चौकी, सैलानियों की सुरक्षा का होगा पुख्ता इंतजाम

अस्सी, नमोघाट और स्वर्वेद मंदिर के पास पुलिस चौकी खोलने की तैयारी

सुरेश गांधी

वाराणसी : काशी में अब अपराधियों की खैर नहीं होगी। नए साल में यहां तीन पर्यटक पुलिस चौकी खोली जाएगी। जहां पर्याप्त मात्रा में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। महादेव की नगरी में सैलानियों की बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए शासन ने पर्यटक पुलिस चौकी के लिए मंजूरी दी है। बता दें, नव्य व भव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के बाद वाराणसी में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पर्यटकों की संख्या को देखते हुए शासन ने अस्सी, नमोघाट और स्वर्वेद मंदिर के पास पुलिस चौकी खोलने की मंजूरी दी है। पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी मुथा अशोक जैन ने बताया कि गंगा के घाटों के दोनों छोर नमो घाट और अस्सी घाट पर सैलानियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पर्यटक पुलिस चौकी स्थापित की जा रही है। वहीं, दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर स्वर्वेद मंदिर के प्रधानमंत्री के हाथों उद्घाटित होने के बाद यहां सैलानियों की संख्या बढ़ रही है।

बढ़ी 10 गुना पर्यटकों की संख्या
वाराणसी में पर्यटन के क्षेत्र में जिस तरीके से महज चार साल में दस गुना से अधिक की बढ़ोत्तरी की है वह इस बात का द्योतक है कि आने वाले समय में पर्यटन का भविष्य बेहद सुनहरा है। खासकर श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद तो इसमें गजब का उछाल आया। इसके इतर लगातार पर्यटन के क्षेत्र में विकास से काशी में बड़ा बदलाव आया है। वाराणसी में बढ़े पर्यटकों की संख्या से आसपास के जिले खासकर मीरजापुर और इलाहाबाद को भी लाभ मिल रहा है। ऐसा बेहतर कनेक्टिविटी की वजह से भी हो सका है। इस बार सावन में श्रद्धालुओं के आने के सारे रिकार्ड टूट गए तो आम दिनों में भी स्थिति उत्साहजनक रही। अमूमन बाहर से आने वाले श्रद्धालु काशी में विश्वनाथ, काल भैरव, संकट मोचन मंदिर सहित अन्य स्थानों के साथ मीरजापुर मां विध्यवासिनी के दरबार जाते हैं। कोई ऐसा पर्व-त्योहार या महत्वपूर्ण तिथि नहीं होती जब पर्यटकों से काशी न भर जाती हो, होटल न फुल हो जाते हों। आगरा जैसे शहर से आज काशी पर्यटन के क्षेत्र में आगे है तो यह यूं ही नहीं है। यह इंगित करता है कि आने वाले समय में हम कहां होंगे।

जाम और पार्किंग एक बड़ी समस्या
जाम और पार्किंग की वाराणसी की बड़ी समस्या है। इसको लेकर हम सभी को सचेत होना होगा। कुछ और बड़े होटलों की जरूरत महसूस होती है। इन तीन स्तरों पर काम हुआ तो काशी देश ही नहीं, दुनिया में पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण स्थान होगा। पर्यटन विभाग भी इस दिशा में कोई कोर कसर छोड़ नहीं रहा है। यहां वाटर टूरिज्म को बढ़ावा दिया गया, जिसके तहत चार क्रूज संचालित हो रहे हैं तो बजड़ों की संख्या 50 से ऊपर हो चुकी है। रात को भी लोग नौका विहार का लुत्फ ले रहे हैं। देव दीपावली के इतर गंगा आरती, पंचकोसी यात्रा, अंतरग्रही परिक्रमा, घाटों का सुंदरीकरण, सारनाथ का विकास, गलियों का कायाकल्प पर्यटकों को लुभा रहा है।