शक्ति प्रदर्शन में दिखा एनडीए घटक दल के नेताओं की एकजुटता
–सुरेश गांधी
वाराणसी : मंगलवार का दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नामांकन का दिन रहा. मोदी ने काशी में मां गंगा और बाबा काल भैरव का आशीर्वाद लेकर अभिजीत मुहूर्त, आनंद योग और सवार्थसिद्धि योग के साथ पुष्य नक्षत्र में पूर्वाह्न 11ः40 बजे जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में पर्चा दाखिल किया। नामांकम के दौरान गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई पार्टियों के चीफ और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे. कलेक्ट्रेट परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी.
सुबह से ही पीएम मोदी के नामांकन की तैयारियां शुरू हो गईं. सबसे पहले प्रधानमंत्री वाराणसी के बीएलडब्यू गेस्ट हाउस से निकलने के बाद सीधे दशाश्वमेध घाट पहुंचे. यहां उन्होंने मां गंगा का पूजन- अर्चन किया। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य के वेंकट रमन घनपाठी ने गंगा पूजन कराया। गंगा पूजन कराने वालों में तीन पुजारी तमिलनाडु व एक-एक पुजारी आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्र के रहे। इस दौरान पीएम मोदी स्वामी विवेकानंद क्रूज पर दशाश्वमेध घाट से गंगा विहार करते हुए आदि केशव घाट तक गए, फिर नमो घाट उतरे। नमो घाट से पीएम मोदी सीधे काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव के दरबार में पहुंचे।
मंदिर गेट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम को अंगवस्त्र भेंट किया और आमजन ने पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया। इस दौरान मंदिर परिसर हर-हर महादेव के जयकारे से गूंज उठा। काल भैरव मंदिर में पूजन के दौरान पीएम के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी मौजूद रहे। यहां पीएम ने बाबा का दर्शन-पूजन व आरती की। वे बाबा से अनुमति व आशीर्वाद लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। इसके बाद पीएम जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचकर अपने 4 प्रस्तावकों पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर के साथ नामांकन पत्र दाखिल किया.
पीएम मोदी काशी से तीसरी बार आजमा रहे अपनी किस्मत
प्रधानमंत्री के नामांकन के लिए भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया. नामांकन के समय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे, मेघायल के सीएम कोनार्ड संगमा, अजीत गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल, रिपब्लिकन पार्टी के चीफ और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी के चीफ चंद्रबाबूनायडू, पवन कल्याण, जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, यूपी में एनडीए के घटक लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, अपना दल (एस) अनुप्रिया पटेल, निषाद पार्टी के संजय निषाद, सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर, अम्बुणि रामदास, जीके वासन, देवनाथन यादव, तुषार वेल्लापल्ली, अतुल बोरा, प्रमोद बोरो, पशुपति पारस, भूपेंद्र चौधरी आदि मौजूद रहे। इसके पहले पीएम मोदी ने सोमवार को वाराणसी में रोड शो किया. पीएम मोदी ने पहली बार 2014 में वाराणसी से चुनाव लड़ा था. उस समय वो बीजेपी के पीएम फेस भी थे. उसके बाद पीएम ने 2019 में भी जीत हासिल की. पीएम वाराणसी सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं. लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर सातवें और अंतिम चरण में 1 जून को मतदान होगा. 4 को नतीजे आएंगे.
चार लोग बने पीएम मोदी के प्रस्तावक
- पंडित गणेश्वर शास्त्री : इन्होंने ही अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकाला था. ये ब्राह्मण समाज से हैं.
- बैजनाथ पटेल : ये ओबीसी समाज से आते हैं और संघ के पुराने और समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं.
- लालचंद कुशवाहा : ये भी ओबीसी बिरादरी से हैं.
- संजय सोनकर : दलित समाज से हैं.
ये सभी स्थानीय नागरिक है। चुनाव आयोग के अनुसार, चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवार का कम से कम एक प्रस्तावक होना चाहिए, जो उस विधानसभा या लोकसभा क्षेत्र का पंजीकृत मतदाता हो और उम्मीदवार के नामांकन का समर्थन करने की घोषणा करता हो. नामांकन पत्र में उम्मीदवार और प्रस्ताक के हस्ताक्षर होना चाहिए.