बाबू जगत सिंह के संदर्भ में सारनाथ के शिलापट्ट पर अंकित तथ्यों को ठीक किया जाए
वाराणसी : बाबू जगत सिंह को सारनाथ के उत्खनन का सर्वप्रथम श्रेय है। बाबू जगत सिंह काशी नरेश चेत सिंह के दीवान नहीं थे। उपरोक्त के संदर्भ में द लास्ट हीरो ऑफ बनारस- बाबू जगत सिंह नामक पुस्तक के तृतीय अध्याय और मांग पत्र को बुधवार को वाराणसी के चार गाइड संगठनों ने संयुक्त रूप से भारत पुरातत्व सर्वेक्षण सारनाथ वाराणसी, के पुरातत्व अधीक्षक डॉ अबिनाश मोहंती को उनके कार्यालय परिसर में दिया।
टूरिस्ट गाइड्स एसोसिएशन, वाराणसी, अप्रूव्ड टूरिस्ट गाइड्स संगठन, सारनाथ, टूरिस्ट गाइड्स संगठन एवं इंक्रेडिबल टूरिस्ट फैसिलिटेटर संगठन की तरफ से पत्रक देने वालों में जैनेंद्र कुमार राय, राजेश्वर सिंह एवं विक्रम मेहरोत्रा के साथ रायल परिवार बाबू जगत सिंह के प्रतिनिधि के रूप में अशोक आनंद एवं डॉ अरविंद कुमार सिंह शामिल रहे। इस अवसर पर अंकित सिंह, दिलीप पांडेय, हरिश्चंद्र भारद्वाज, निलेश सिन्हा एवं विकास यादव उपस्थित रहे।