लखनऊ : अनुसंधान, नीतियों, व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, उद्यमशीलता, सहयोग और साझेदारी द्वारा उत्तर प्रदेश की कृषि में बदलाव लाने में योगदान के उद्देश्य से भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएफए) की उत्तर प्रदेश इकाई के तौर पर आईसीएफए उत्तर प्रदेश राज्य कृषि परिषद का गठन शनिवार को किया गया। नवगठित परिषद का चेयरमैन मुकेश सिंह (आईसीएफए उत्तर प्रदेश राज्य कृषि परिषद) को बनाया गया है। इसी के साथ उत्तर प्रदेश की कृषि और कृषि में निर्यात में अवसर विषय पर एक सेमिनार का आयोजन शनिवार को लखनऊ के होटल क्लार्क अवध में किया गया। शनिवार को एक समारोह में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के बागवानी, कृषि निर्यात, विपणन और विदेश व्यापार मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने आईसीएफए उत्तर प्रदेश राज्य कृषि परिषद की शुरुआत की घोषणा के साथ एग्रो वर्ल्ड- 2025 का कर्टेन रेजर भी जारी किया।
मुख्य अतिथि ने इस अवसर पर अपने संबोधन में इस क्षेत्र विशेषकर औद्यानिक क्षेत्र में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई प्रगति का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रयासो से उत्तर प्रदेश में औद्यानिक क्षेत्र में बड़ी क्रांति आई है। उन्होंने यह भी बताया कि हम इस कमी को दूर करने के लिए आगरा में अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र की स्थापना की दिशा में कार्य कर रहे है। हम आलू किसानों को अच्छी तकनीक के बीज देने के साथ उनकी उपज के मूल्य संवर्द्धन का कार्य करेगे। हमने 75 जिलों में 150 नर्सरी बनाई है जो हर जिले में उस क्षेत्र के मौसम के हिसाब से उपज के लिए बीज तैयार करने, उसे किसानों तक पहुंचाने का महत्वूपूर्ण कार्य करेगी।
उन्होंने जोर दिया कि किसान अपनी कुल जोत का 50 फीसदी परंपरागत उपजों के साथ गैर परंपरागत उपजों पर भी ध्यान दे। हम जेवर एयरपोर्ट पर पार्क के विकास की दिशा में काम कर रहे है जहां किसानों की उपज पहुंचने के साथ उसका निर्यात के लिए तैयार करने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि उद्यान विभाग के पास काफी भूमि है यदि कोई संस्था उस भूमि को किसानों के उत्पाद को वैश्विक क्षेत्र में निर्यात के लिए तैयार करने का दायित्व निभाने के लिए प्रोसेसिंग यूनिट लगाना चाहती है, तो हम अपने परिक्षेत्र उपयोग करने के लिए प्रदान कर सकते हैं। इसके साथ ही यदि कोई किसान अपनी उपज निर्यात करने के लिए बंदरगाह व एयरपोर्ट ले जाता है तो हम पहले उसे कुल मार्ग व्यय का 10 फीसदी सब्सिडी देते थे जो अब बढ़ाकर 20 फीसदी सब्सिडी कर दी गई है। हम स्ट्राबेरी, खजूर व ड्रैगन फ्रूट के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने का काम कर रहे है।
चेयरमैन मुकेश सिंह (आईसीएफए उत्तर प्रदेश राज्य कृषि परिषद) ने कहा कि कृषि को आगे बढ़ाने के साथ कृषि उपजों को निर्यात के लिए तैयार करने की दिशा में काम करेंगें। इसके साथ ही जिला स्तर पर बोर्ड के गठन की दिशा में काम करने के साथ महाराष्ट्र की तर्ज पर किसानों के लिए फैसिलिटेशन सेंटर की स्थापना के लिए आगे बढ़ेंगे। इन सेंटर पर किसानों को उनके उत्पाद को निर्यात पूर्व प्रोसेसिंग व जरुरी प्रमाणन कैसे प्राप्त करे। उन्होंने कहा कि नवगठित काउंसिल नीति पर विमर्श, व्यापार सुविधा, निवेश और कृषि व्यवसाय विकास, पिछड़े और आगे के संबंधों को बढ़ावा देने, तकनीकी सहयोग और व्यावसायिक साझेदारी के लिए शीर्ष मंच के रूप में कार्य करेगी। उन्होने बताया कि एग्रो वर्ल्ड- 2025 का आयोजन अगले साल लखनऊ में फरवरी माह में होगा और साथ में उत्तर प्रदेश एग्रीकल्चर सम्मिट इस साल अगस्त में होगी।
इससे पूर्व आईसीएफए के निदेशक तुषार शर्मा ने अतिथि गण का स्वागत किया। भारतीय कृषि व खाद्य परिषद (आईसीएफए) के चेयरमैन डॉ.एमजे खान ने ने स्वागत भाषण में कहा हम किसानों को उनकी फसल के मूल्य संवर्द्धन, प्रोसेसिंग और व्यापार के लिए तैयार करने की दिशा में काम कर रहे है। हमारा मीट निर्यात से अन्य उत्पादों का निर्यात काफी कम है अगर इसे बढ़ाने की दिशा में काम हो तो किसानों की आय में सुधार के साथ लाखों नौकरियों का सृजन भी होगा। इसके बाद उत्तर प्रदेश की कृषि और कृषि में निर्यात में अवसर विषय पर सेमिनार को डॉ. एमजे खान (अध्यक्ष-आईसीएफए), मुकेश सिंह (चेयरमैन- आईसीएफए यूपी काउंसिल) डॉ. आर विश्वनाथ ।निदेशक- आईसीएआर-आईआईएसआर), डॉ. अजीत कुमार शासनी (निदेशक, सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान), वीरेंद्र प्रताप सिंह (अध्यक्ष-जिला सहकारी बैंक, लखनऊ), डॉ. विजय बहादुर द्विवेदी (निदेशक- उत्तर प्रदेश उद्यान विभाग), प्रो. (डॉ.) मोहम्मद हारिस सिद्दीकी (रजिस्ट्रार और डीन कृषि, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी) और डॉ. शालिनी सिंह विसेन (निदेशक- खाद्य एवं कृषि फाउंडेशन, एमिटी यूनिवर्सिटी) ने संबोधित किया।
इस सेमिनार में राज्य में बागवानी, डेयरी, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण सहित राज्य कृषि और कृषि निर्यात में दायरे और अवसरों के बारे में मंथन किया गया। अंत में मुख्य अतिथि दिनेश प्रताप सिंह (मंत्री, उद्यान, कृषि निर्यात, विपणन एवं विदेश व्यापार, उत्तर प्रदेश सरकार) का अभिनंदन मुकेश सिंह (चेयरमैन, आईसीएफए यूपी स्टेट काउंसिल) ने किया और में धन्यवाद ज्ञापित किया।