मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि राज्य में कहीं भी अवैध शराब के धंधे से जुड़े लोगों और शराब पीने वालों की जानकारी मिले तो आप फोन कीजिए। शिकायत मिलने के घंटे-डेढ़ घंटे के भीतर कार्रवाई होगी, आपकी पहचान भी गुप्त रहेगी। शराब के अवैध धंधेबाजों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, वे पकड़े भी जा रहे हैं। हम कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, सामाजिक सद्भाव के मामलों में सचेत रहते हैं। कहीं कोई गड़बड़ करता है तो जरूर सूचना मिलनी चाहिए ताकि कार्रवाई हो सके।
इससे पहले रालोसपा के विलय के मौके पर पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया पर अनाप-शनाप प्रचार होता है। अगर कोई गलत बात करता है तो उसे जवाब दीजिए, साथ ही सकारात्मक चीजों की भी चर्चा होनी चाहिए। आज लोगों को गुमराह करने की कोशिश हो रही है। जो सच्चाई है, उसे लोगों तक पहुंचाइए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रालोसपा का जदयू में विलय कोई मामूली बात नहीं है। कहा कि सभी मिलकर काम कीजिए। लोगों के बीच जाइए। राजनीति का मतलब सिर्फ चुनाव लड़ना नहीं है। इसका व्यापक अर्थ है। समाज के हर तबके के प्रति अच्छी भावना रखनी चाहिए। हमलोगों का मकसद है राज्य को विकसित प्रदेश बनाना। इसको लेकर हर क्षेत्र में काम किया जा रहा है। हमें शराबबंदी, दहेज प्रथा, जल-जीवन-हरियाली जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक काम भी करने हैं। हमें लोगों की सेवा करनी है तो समाज में प्रेम का, भाईचारे का, सद्भाव का भाव पैदा करना होगा।
हम किसी पर गुस्सा नहीं करते
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो कभी किसी के खिलाफ नहीं बोलते। किसी पर गुस्सा नहीं करते। बल्कि समझाने के लिए लोगों को बातें बताते हैं। पिछले दिनों विधान परिषद में हुए मामले की ओर संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि एक ही पार्टी के दो लोग थे। हमने समझाने के लिए कुछ बातें कह दी। अब समझना है तो समझो, नहीं तो मत समझो। उन्होंने पत्रकारों से विनोदी लहजे में कहा, मेरा कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं है। हम पर भी थोड़ा ख्याल रखिए।