भारत क्रिकेट टीम के हेड कोच रवि शास्त्री ने कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क के आने वाले किसी भी व्यक्ति को 10 दिन के लिए अलग-थलग करने के नियम पर शनिवार को निराशा जताई, क्योंकि भारत के बॉलिंग कोच भरत अरुण को टीकाकरण पूरा होने के बावजूद अलग-थलग होना पड़ा। ब्रिटेन के स्वास्थ्य नियमों के अनुसार, अरुण के अलावा सीनियर विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा और स्टैंड बाई सलामी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन को 10 दिन तक अलग-थलग रहना होगा, क्योंकि वे थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट सह मालिशिये दयानंद गरानी के संपर्क में आए थे।इन तीनों ने डेढ़ हफ्ते का अनिवार्य क्वारंटाइन पूरा करने के बाद शनिवार को टीम के जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में वापसी की। आरटी-पीसीआर टेस्ट में नेगेटिव पाए जाने के बावजूद इन तीनों को अलग-थलग होना पड़ा। शास्त्री ने अपने करीबी मित्र और बॉलिंग कोच अरुण के साथ सेल्फी पोस्ट करते हुए लिखा, ‘मेरा दाहिना हाथ वापस आ चुका है। नेगेटिव पाए जाने के बावजूद अलग-थलग 10 दिन बिताने के बाद और अधिक फिट और मजबूत लग रहा है।शास्त्री ने आगे कहा कि, ‘ये अलग-थलग करने के नियम काफी हताश करने वाले हैं। टीकाकरण के दौरान लगे दो टीकों पर भरोसा किया जाना चाहिए।’ बता दें कि साहा इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए इस वायरस से संक्रमित होने के बाद मई में कोविड से उबरे थे। आईपीएल 2020 को जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में कोरोना वायरस के कई मामले आने के बाद स्थगित किया गया था।