ये वायरल फीवर है अलग बुख़ार में सूझ रहे मरीजों के हाथ -पांव, पढ़े पूरी ख़बर
वायरल फीवर में नए नए लक्षण दिखाई दे रहे हैं। हाथ-पांव में सूजन और पूरे शरीर में दर्द मरीजों को परेशान कर रहा है। 15 दिन तक भी मरीजों को राहत नहीं मिल रही है। मौसम में बदलाव के चलते वायरल फीवर ने हमला बोला है। हालांकि डेंगू के मरीज कम हुए हैं। दून अस्पताल के मेडिसन एचओडी डा. नारायणजीत सिंह, फिजीशियन डा. कुमार जी कौल के मुताबिक अधिकांश बुखार, जुकाम, खांसी, बदन दर्द, शरीर पर लाल निशान, हाथ-पांव में सूजन की समस्या लेकर आ रहे हैं।
400-500 मरीज रोज आ रहे
रोजाना 400 से 500 मरीज आ रहे हैं। कोरोनेशन में भी 300 से ज्यादा वायरल फीवर के मरीज पहुंच रहे हैं। प्लेटलेट, हीमोग्लोबिन कम होने या बीपी लो होने वाले मरीजों को भर्ती कर रहे हैं। बाकी को दवाई देकर घर भेजा जा रहा है। हड्डी रोग विभाग के एचओडी डा. अनिल जोशी, डा. चंद्रशेखर ने बताया कि मरीजों को बदन दर्द, जोड़ों में दर्द हो रहा है। कुछ दवाएं एवं एक्सरसाइज बताकर उपचार किया जा रहा है।
दून अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भीड़, हंगामा
देहरादून। त्योहारी सीजन खत्म होते ही दून अस्पताल में मरीजों की भीड़ उमड़ने लगी है। मंगलवार को भी दून अस्पताल में 1900 से ज्यादा मरीज पहुंचे। इनमें 400 से ज्यादा मरीज वायरल फीवर और चिकनगुनिया के थे। ओपीडी का समय मंगलवार से नौ बजे का हो गया, है लेकिन कुछ कर्मचारियों की लेटलतीफी जारी रही। पंजीकरण पर लंबी लाइन लगने एवं कर्मचारी के देरी से पहुंचने पर वहां हंगामा हो गया। दूसरी ओर नशे में पहुंचे एक व्यक्ति से गार्ड की मारपीट हो गई और गार्ड के हाथ में चोट भी लग गई। पीआरओ सुधा कुकरेती एवं पंजीकरण प्रभारी विनोद नैनवाल ने स्थिति को संभाला। बाद में पुलिस को बुलाकर उसे सौंप दिया गया। डिप्टी एमएस डा. एनएस खत्री ने बताया कि सुरक्षा कर्मियों को अलर्ट रहने को कहा गया है। सर्दियों के मौसम में चोर सक्रिय हो जाते हैं, पुलिस को भी लिखा गया है कि चौकी में पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए।
बदलते मौसम में यूं रखें अपनी सेहत का ध्यान
मैक्स अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. प्रेमनारायण वैश्य का कहना है कि बदलते मौसम में सुबह-शाम कपड़े ठीक पहनें, दिन में एक से दो लीटर गर्म पानी पिएं। मल्टीविटामिन खाएं, बाहर का खाना बिल्कुल बंद कर दें। मच्छरदानी में सोएं, आसपास सफाई रखें, पानी जमा न होने दें। पूरी बाजू के कपड़े पहनें। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें।