Thursday , February 16 2023

दो बीवियों की हत्या कर तीसरी के साथ फरार हुआ शौहर

 तीसरी महिला के चक्कर में पति दो पत्नियों की हत्या कर फरार हो गया। हत्या के बाद वह अपने बेटे को भी साथ में ले गया। आरोपी का नाम जमशेद के किसी तीसरी महिला से भी अवैध संबध थे पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। 35 साल का जमशेद पिछले दो महीने से जैतपुर के सौरभ विहार में अपनी दो बीवियों के साथ रह रहा था। एक बीवी 35 साल की जबना और दूसरी 32 साल की किस्मत थी। जमशेद जैतपुर आने से पहले खड्डा कॉलोनी में रहता था।                                                                                 लोगों का कहना है कि वह मूल रूप से बंगाल की तरफ का रहने वाला हैं। जमशेद व उसकी दोनों बीवियों की अक्सर लड़ाई होती रहती थी। जब जमशेद घर पर नहीं होता था तो दोनों महिलाएं आपस में भी लड़ती रहती थीं। बुधवार दोपहर करीब एक बजे लोगों ने जमशेद व उसकी बीवियों को आखिरी बार देखा था। इसके बाद तीनों में से कोई नहीं दिखा। जमशेद का परिवार आसपास किसी से बात नहीं करता था, जिससे उनकी गैरमौजूदगी का किसी ने ध्यान नहीं दिया। गुरुवार सुबह जमशेद के कमरे से बदबू आने पर लोगों ने ध्यान दिया।                                    जमशेद के सामने वाले कमरे में रहने वाले टिंकू नाम के युवक ने पुलिस को कॉल कर मामले की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि कमरे में दो महिलाओं की लाश पड़ी है। जांच में पुलिस ने पाया कि महिलाओं का पति जमशेद अपने 10 साल के बच्चे के साथ वहां से लापता है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामला दर्ज कर आरोपित की खोज शुरू कर दी है। दोनों महिलाओं का शव बंधे हुए है। साथ ही महिलाओं के चेहरे पर एसिड डाला गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा। जमशेद पुताई का काम करता था। लेकिन हफ्ते में दो या तीन दिन काम पर जाता था बाकी दिन घर पर ही रहता था। स्थानीय लोगों ने बताया कि इससे पहले भी जमशेद का उसकी बीवियों से झगड़ा होने के कारण दो बार पुलिस वहां आ चुकी थी। मकान मालिक की मानें तो वे लोग दो माह पूर्व मकान में पहले से रह रहे किरायेदार रणजीत के जरिये कमरा लेने यहां आए थे। लेकिन तब हमें नहीं पता था कि दोनों महिलाएं उसकी बीबी हैं। इन लोगों के झगड़ों के कारण हमने इनसे कमरा खाली करने के लिए पहले ही बोल दिया था। लेकिन वे लोग जाते इससे यह हो गया। जमशेद ने कमरा लेने के लिए जो आधार कार्ड दिया था, उसपर खड्डा कॉलोनी का पता है।                                                                    वहीं, मुकेश (पड़ोसी) की मानें तो मकान में आठ कमरे हैं। नीचे के फ्लोर पर चार कमरे हैं, जिनमें से एक खाली है, उन्हीं में से एक जमशेद ने दो महीने पहले किराये पर लिया था। जब वह यहां रहने आया था तो उसके साथ तीन लोग थे, जिनमें दो महिलाएं और एक 10 साल का बच्चा था। हम लोग अक्सर उनके झगड़े की आवाजें सुनते थे। लेकिन वे लोग किसी से मतलब नहीं रखते थे, इसलिए कोई इनसे कुछ कहता नहीं था।