प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठंड और कोहरे की मार से जनजीवन ठहर गया है। पश्चिमी विक्षोभ का असर ऐसा रहा कि मथुरा, सोनभद्र, आगरा का तापमान सोमवार को जमाव बिंदु के करीब पहुंच गया। साथ ही मेरठ, अलीगढ़, आगरा समेत कई जगहों के अधिकतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे रिकॉर्ड किए गए।
ठंड की वजह से प्रदेशभर में 84 लोगों की जान चली गई। वहीं, घने कोहरे का असर ट्रेन और विमानों के संचालन पर भी पड़ा। वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट से सात विमान निरस्त कर दिए गए। 11 विमान एक से पांच घंटे की देरी से पहुंचे। प्रदेश से खुलने और गुजरने वाली 100 से अधिक ट्रेनें विलंब से चल रही हैं।
कानपुर और बुंदेलखंड में शीतलहर से बुरा हाल है। शहर में सोमवार को अधिकतम 9.6 जबकि न्यूनतम तापमान लुढ़ककर 1.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। मध्य यूपी और बुंदेलखंड के जिलों में ठंड से 45 लोगों की जान चली गई। अकेले कानपुर में ही 22 लोगों ने जान गंवा दी।
वेस्ट यूपी में शीतलहर से सोमवार को 6 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 5 मेरठ और एक मुजफ्फरनगर का है। मुजफ्फरनगर में न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। मेरठ में रात का पारा 2.5 डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 7.8 रिकॉर्ड किया गया। वहीं, कोहरे से जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
ब्रज क्षेत्र में भी जमा देने वाली ठंड पड़ रही है। मथुरा में न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है जबकि कासगंज में सोमवार अब तक का सबसे ठंडा दिन रहा। यहां न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा में भी न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है। एटा जिले में ठंड के कारण दिल का दौरा पड़ने से तीन बुजुर्गों की मौत हो गई।
आगरा के फतेहाबाद में फसल की रखवाली कर रहे वृद्ध किसान की मौत हो गई। हाथरस कोतवाली क्षेत्र में ठंड से बुजुर्ग जबकि सादाबाद में फसल की रखवाली कर रहे किशोर की जान चली गई। बरेली में ठंड ने एक युवक की मौत हो गई।
पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में शीतलहर के तेवर नरम नहीं पड़ रहे हैं। ठंड से 20 लोगों की मौत हो गई। सोनभद्र क्षेत्र में सबसे ठंडा रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 0.8 जबकि वाराणसी का 2.3 रिकॉर्ड किया गया। मुरादाबाद मंडल में ठंड ने 6 लोगों की जान ले ली।