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Alert:कोरोना के बाद सताएगा डेंगू का डंक,आठ साल के बच्चे समेत दो को बुखार,जानें बचाव के टिप्स

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कोरोना के केस कम होने के बाद अब डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। आठ साल के बच्चे और 40 वर्षीय युवक में डेंगू की पुष्टि हुई है। दून में डेंगू के अब तक तीन मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, बच्चे एवं युवक की तबीयत ठीक है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने दोनों मरीजों के क्षेत्रों में दौरा कर वहां का सर्वे किया। जहां एक जगह कुछ लारवा मिला, जिसे नष्ट किया गया। कोरोनेशन में डेंगू का एक 45 वर्षीय संदिग्ध भर्ती है।

हरभजवाला निवासी मरीज के सैंपल एलाइजा जांच के लिए भेज गए हैं।आईडीएसपी के इंचार्ज डॉ. राजीव दीक्षित के मुताबिक, मरीजों को निगरानी में रखा है। डेंगू पीड़ित युवक हैदराबाद से दो दिन पहले लौटा है। युवक विजय पार्क एक्सटेंशन और आठ वर्षीय बच्चा कांवली गांव का है। जिला डेंगू मलेरिया अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि विजय पार्क एक्सटेंशन और कांवली में टीम के साथ भ्रमण कर क्षेत्रवासियों को डेंगू से बचाव के लिए पंफ्लेट बांटे गए।

जहां डेंगू के लारवा मिले, उसे टीम ने नष्ट किया। दून नगर निगम की टीम ने लार्विसाइड, इंसेक्टिसाइड का छिड़काव किया। दो रोगियों के अलावा किसी में लक्षण नहीं मिले। आशाओं को निगरानी में लगाया गया। भ्रमण के दौरान सहायक मलेरिया अधिकारी, आशा फैसिलिटेटर और फील्ड वर्कर मौजूद रहे। विभाग के अनुसार, अभी तक जिले में 1,31,259 घरों का सर्वे किया जा चुका है। 8293 घरों में लारवा पाया गया, जिसे टीमों ने नष्ट किया। मलेरिया अधिकारी ने बताया कि डेंगू रोकथाम और नियंत्रण के लिए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही हैं।

डेंगू बुखार के लक्षण
तेज बुखार। सिर में तेज दर्द। आंखों के पीछे दर्द। मांसपेशियों (बदन) और जोड़ों में दर्द। स्वाद का पता न चलना। भूख न लगना। छाती पर खसरे जैसे दानें। चक्कर आना। जी घबराना 
और उल्टी आना।

ध्यान रहे
-बिना चिकित्सकीय सलाह के दवाएं नहीं लेनी चाहिए।
-झोलाझाप चिकित्सकों से इलाज 
नहीं कराना चाहिए।
-सरकारी या अच्छे अस्पताल में इलाज कराएं

डेंगू से बचाव
-कूलर, बाल्टी, घड़े और टंकियों का पानी समय-समय पर बदलते रहें
-घर के आसपास किसी भी जगह पानी को एकत्रित नहीं होने दें
-जमा पानी में केरोसिन या जला हुआ मोबिल आयल डालें
-शरीर पर मच्छर से बचाव 
वाली क्रीम लगा सकते हैं
-घर में नीम की पत्ती या उबलों का धुआं कर सकते हैं।
-पूरे बांह की शर्ट और पैंट पहनें
-बुखार एक दिन से ज्यादा रहे तो डॉक्टर को दिखाएं