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देश को कैसे मिलेंगे चैंपियन खिलाड़ी, WC विनिंग कैप्टन कपिल देव ने सरकार को दिया ये जवाब

भारत को पहली बार वर्ल्ड कप चैंपियन बनाने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव ने देश में खेलों में इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं पर अपने विचार दिए हैं। कपिल देव का मानना है कि खेल उपकरणों पर शुल्क हटाने से देश को और अधिक चैंपियन पैदा करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे और अधिक बच्चे उत्पादों को खरीदने और खेल को अपनाने में सक्षम होंगे। टोक्यो ओलंपिक में मामूली अंतर से मेडल से चूकने वाली भारतीय गोल्फर अदिति अशोक ने हाल में कहा था कि वह किस तरह सरकार की ‘टॉप्स’ स्कीम का फायदा नहीं उठा सकी थीं, क्योंकि वह टोक्यो ओलंपिक के लिए केवल 60 दिन पहले ही क्वालिफाई कर पाई थीं। कपिल देव प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (पीजीटीआई) के बोर्ड सदस्यों में से हैं। यह पूछे जाने पर कि सरकार गोल्फरों की कैसे मदद कर सकती है, तो इस पर उन्होंने खेल उपकरणों पर से शुल्क को हटाने के महत्व पर जोर दिया और बताया कि यह कैसे सभी खिलाड़ियों की मदद करेगा। कपिल देव ने कहा, ‘ यह सिर्फ गोल्फ के लिए ही नहीं, बल्कि सभी खेलों में आपको खेल उत्पादों से शुल्क हटाना होगा, जोकि सबसे बड़ी जरूरत है। यह चाहे बैडमिंटन हो, टेबल टेनिस हो या फिर गोल्फ। जो युवा खेलों में आना चाहते हैं, उन्हें कई चीजें खरीदनी होती हैं। जैसे स्पाइक्स, जूते आदि। खेल उपकरणों पर जो शुल्क लग रहा है, वो देश के लिए ज्यादा नहीं है। अगर वे इसे बंद कर देते हैं, तो इससे खेलों पर काफी असर पड़ेगा।’ पूर्व वर्ल्ड कप विनिंग कैप्टन कपिल देव ने सरकार को इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी ध्यान देने की जरूरत बताया। उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर भी बेहद जरूरी है। कपिल देव ने कहा, ‘ इंफ्रास्ट्रक्चर सबसे महत्वपूर्ण चीज है, जिसमें सरकार मदद कर सकती है। कॉर्पोरेट भी मदद कर रहे हैं। लेकिन मेरा साथ ही यह भी मानना है कि सरकार ही सब कुछ नहीं कर सकती। खेल फेडरेशन को भी आत्मनिर्भर होना चाहिए। हमें युवाओं को खेलने का मौका देना चाहिए। नीरज चोपड़ा हमें मेडल दिला देंगे, कौन यह जानता था। अगर भाले की कीमत एक लाख रुपए होगी तो कितने बच्चे इसे खरीद सकेंगे। इसलिए खेल सामान पर शुल्क नहीं लगाया जाना चाहिए।’