भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने चौथे टेस्ट की पहली पारी में ऋषभ पंत और अजिंक्य रहाणे से ऊपर रविंद्र जडेजा को प्रमोट किए जाने के फैसले की जमकर आलोचना की है। मांजरेकर ने कहा कि विदेशी कंडिशंस में टीम इंडिया जडेजा की काबिलियत पर जरूरत से ज्यादा ही भरोसा दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एशियाई कंडिशंस में जडेजा को नंबर पांच पर भेजना अच्छा फैसला हो सकता है, लेकिन इंग्लैंड की पिचों पर नहीं। पांच नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे जडेजा कुछ खास नहीं कर सके थे और इंग्लिश तेज गेंदबाजों ने स्विंग लेती गेंदों से उनको खूब परेशान किया था। सोनी स्पोर्ट्स’ के साथ बातचीत करते हुए मांजरेकर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि टी-20 वाली सोच सामने आ गई थी। मेरे हिसाब से उन्होंने नंबर पांच पोजीशन के लिए जडेजा की काबिलियत पर जरूरत से ज्यादा भरोसा दिखा दिया। इन कंडिशंस में यह उनके लिए किसी आपदा से कम नहीं था। मुझे लगता है कि इंडियन क्रिकेट विदेशी कंडिशंस में जडेजा की काबिलियत पर हद के ज्यादा भरोसा दिखा रहा है। भारत में आप उनको नंबर पांच पर खिला लीजिए कोई दिक्कत नहीं है। इन परिस्थिति में हमने देखा कि वह गेंद के स्विंग होने पर आउट हो गए।’जडेजा ओवल टेस्ट की पहली पारी में 34 गेंदों का सामना करने के बाद महज 10 रन बनाकर क्रिस वोक्स का शिकार बने। टीम की ओर से कप्तान विराट कोहली ने अर्धशतक जड़ा, जबकि आखिर में शार्दुल ठाकुर ने ताबड़तोड़ बैटिंग करते हुए महज 31 गेंदों में फिफ्टी ठोककर टीम को 191 रनों के स्कोर तक पहुंचाया। रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाजों ने अपने प्रदर्शन से निराश किया। वहीं, ऋषभ पंत का भी इस सीरीज में फ्लॉप शॉ जारी रहा। इंग्लैंड की ओर से क्रिस वोक्स ने चार विकेट झटके।