केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में तीन दिवसीय इंडियन रोड कांग्रेस का उद्घाटन करते हुए 2024 से पहले यूपी को पांच लाख करोड़ की परियोजनाएं देने की घोषणा की। उन्होंने फिलहाल राज्य को 8000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की मंजूरी दे दी है। गडकरी ने कहा कि पैसे की कोई कमी नहीं है काम करने वालों की कमी है।
यूपी में सबसे अधिक बायो इथेनाल, पेट्रोल-डीजल समाप्त करें
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 8000 करोड़ रुपये न्यूज रील मात्र है, फिल्म अभी बाकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सुझाव दिया कि वह डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसें चलाएं। यह सस्ती पड़ेगी। किराया भी 25 फीसदी तक कम कर सकते हैं।
कोशिश हो तो अगले पांच साल में पेट्रोल-डीजल की खपत समाप्त की जा सकती है। उदाहरण दिया कि अमेरिका अमीर बना तो रोड इंफ्रास्ट्रक्चर से। अगले पांच साल में यूपी का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर करें। इसमें केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगी।
इंजीनियर 100 फीसदी परफेक्शन के साथ काम करें
गडकरी ने देश में हर साल सड़क हादसों में होने वाली 1.5 लाख मौतों पर चिंता जाहिर की। कहा कि सही तकनीक की जरूरत है। अभी डीपीआर बनाने में बहुत गलतियां हो रही हैं। रोड सेप्टी आडिट में ये गलतियां लगातार सामने आ रही हैं। उन्होंने जर्मनी की कार कंपनी का हवाला देते हुए कहा कि परफेक्शन 101 फीसदी है।
उन्होंने इंजीनियरों से शत प्रतिशत परफेक्शन लाने की अपील की। इंडियन रोड कांग्रेस में आए इंजीनियरों और विशेषज्ञों से कहा कि निर्माण की गुणवत्ता तय करें। छह इंच की सीमेंट सड़क 25 साल तक बिना किसी मेंटनेंस के चल सकती है। मेंटनेंस का बजट न बढ़ने दें।
इंजीनियरों की युवा मैनपावर सबसे अधिक भारत में
गडकरी ने कहा कि आईआरसी के तीन दिवसीय अधिवेशन से जो अमृत निकलेगा वह देश के कारगर होगा। भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। इसके लिए सबसे जरूरी है बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर। तेज विकास के लिए अच्छा रोड इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत जरूरी है।
इंजीनियरों से अपील की कि वह भगवान विश्वकर्मा के रोल में काम करें। उन्होंने कहा कि इंजीनियरों की युवा मैनपावर सबसे अधिक भारत में है। हम विकासशील राज्य हैं इसलिए हर रुपये की कीमत है।
सपना देश में ई-हाइवे बनाने का है
उन्होंने कहा कि भारत में जनसंख्या और वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। देश में ग्रीन हाइवे विकसित किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनका सपना ई-हाइवे का है। अगले माह वह ई-ट्रक लांच करने वाले हैं। गडकरी ने हाइड्रो कार की चर्चा की। यह भी बताया कि आज भारत में इलेक्ट्रिक कार खरीदने की वेटिंग एक साल चल रही है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। इस मौके पर सड़क परिवहन व राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद, पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री बृजेश सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी नरेंद्र भूषण आदि मंच पर उपस्थित थे।
यूपी के लिए मंजूर 8000 करोड़ की परियोजनाएं
-1000 करोड़ रुपये राज्य में 13 रेल ओवरब्रिज के लिए
-1708 करोड़ रुपये गाजीपुर ज़िले में एनएच-31 पर गाजीपुर-बलिया यूपी-बिहार राज्य सीमा (ग्रीनफील्ड) खंड पैकेज एक के हृदयपुर से शाहपुर खंड के फोर लेन हाइवे निर्माण के लिए
-1212.26 करोड़ रुपये शाहाबाद-हरदोई बाईपास के लिए। मौजूदा सड़क के चार लेन में सुधार और उन्नयन का काम होगा
– 2007 करोड़ रुपये मुरादाबाद-ठाकुरद्वारा-काशीपुर हाइवे के लिए