ऋषिकेश : कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण को देखते हुए एम्स ऋषिकेश में कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी की शुरुआत कर दी गई है। संस्थान के ट्राॅमा सेन्टर के सम्मुख स्थापित इस ओपीडी एरिया में फ्लू क्लीनिक के माध्यम से प्रत्येक संदिग्ध रोगी की कोविड जांच भी की जाएगी। कोरोना वायरस संक्रमण के संभावित प्रसार से लड़ने के लिए एम्स ऋषिकेश पूरी तरह तैयार है। संस्थान ने इस सम्बन्ध स्क्रीनिंग ओपीडी की शुरुआत करने के साथ-साथ आपात स्थिति वाले कोविड संक्रमित मरीजों के लिए 6 बेड भी रिजर्व किए हैं। पिछले कुछ दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना वायरस के उप-स्वरूप जेएन.1 के कुछ नए मामले सामने आए हैं। हालांकि उत्तराखंड में कोरोना के नए वायरस से ग्रसित मरीज का एक भी मामला अभी प्रकाश में नहीं आया है, लेकिन एहतियातन एम्स ऋषिकेश द्वारा संदिग्ध मरीजों की कोविड जांच सुविधा शुरू कर दी है।
इस बाबत एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि संस्थान की निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह के दिशा-निर्देशों के अनुरूप अस्पताल प्रशासन द्वारा कोविड संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग करने हेतु यह कदम उठाया गया है। उन्होंने बताया कि एम्स के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर आर.बी. कालिया ने इस बारे में एक रोज पूर्व ही सम्बन्धित विभागों की बैठक ली थी। बैठक के दौरान प्रो. कालिया ने अस्पताल पहुंचने वाले प्रत्येक कोविड संदिग्ध व्यक्ति की स्क्रीनिंग करने को कहा था। इसके अनुपालन में कोरोना संक्रमण जांच हेतु ट्राॅमा सेन्टर के सम्मुख कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी एरिया बनाया गया है। इस ओपीडी में सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक दैनिक तौर से कोविड संदिग्ध और फ्लू से ग्रसित मरीजों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी। इसे ’फ्लू क्लीनिक’ का नाम दिया गया है।