भारत के अग्रणी तीरंदाज अतानू दास और लैशराम बोम्बेला देवी ने युवा तीरंदाजों के लिए देश में अधिक से अधिक टूर्नामेंट आयोजित कराए जाने की बात कही है। दोनों दिग्गजों का कहना है कि यदि भारत ओलम्पिक जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में पदक जीतना चाहता है तो युवा तीरंदाजों के लिए अधिक से अधिक टूर्नामेंट कराना होगा।
खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किए गए अभियान ‘स्पोर्ट्स फॉर ऑल’ में हिस्सा लेने के लिए दोनों तीरंदाज शनिवार को मुंबई में आए हुए थे।
डॉ. डी. वाई. पाटिल स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित स्पोर्ट्स फॉर ऑल में 120 स्कूलों के 5,000 से अधिक बच्चों ने हिस्सा लिया।
इसी वर्ष ब्राजीलियाई महानगर रियो डी जनेरियो में हुए ओलम्पिक खेलों में हिस्सा लेने वाले एकमात्र भारतीय पुरुष तीरंदाज अतानू ने अधिक टूर्नामेंट कराने पर जोर देते हुए कहा, “ओलम्पिक से पहले मैंने तेज हवाओं और बारिश में अभ्यास किया।
अतानू की बात का समर्थन करते हुए बोम्बेला देवी ने कहा कि स्पोर्ट्स फॉर ऑल जैसे कार्यक्रम और होने चाहिए, जो देश में खेल का माहौल पैदा करेंगे।
बोम्बेला देवी ने कहा, “एसएफए में दी जा रही सुविधाएं विश्वस्तरीय हैं और जिस तरह इसका आयोजन किया जा रहा है, यह भारत में खेलों का भविष्य संवारेगा।