खड़गपुर। ‘बनावटी अंडे’ बिकने की खबर से लोगोंमें गुस्से को देखते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि लोग डरें नहीं, अंडों में कुछ भी गलत नहीं है। हो सकता है, यह अफवाह हो, मामले में जांच की जा रही है, सच सामने आएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बंगाल मुर्गीपालन प्रतिष्ठान से बातचीत की है और उन्हें लेबल लगे अंडों की आपूर्ति की जिम्मेदारी दी है। बंगाल की मुर्गियां रोजाना 80 लाख अंडों का उत्पादन करती हैं और इनमें किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं है। बस यह सुनिश्चित होनी चाहिए कि ये अंडे बंगाल के ही हों।”
एक सार्वजनिक बैठक में ममता बनर्जी ने कहा, “हम बाहर से आए हुए अंडों की जांच करवा रहे हैं। प्राथमिक जांच बता रही है कि इनमें कुछ भी गड़बड़ी नहीं है। हम तीन से चार अतिरिक्त जांच कराएंगे। और हां, यह याद रखें कि अंडों की कई किस्में हो सकती हैं।” बनावटी अंडों का विवाद तब सामने आया, जब एक महिला ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई कि एक दुकानदार ने उसे ‘फर्जी अंडा’ दे दिया, जो प्लास्टिक की तरह था, कड़ाही में फैल गया और उसमें आग लगाने पर वह जलने लगा था।
इस मामले में एक दुकानदार को गिरफ्तार किया गया है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यदि कोई पकड़ा जाता है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “मैंने प्लास्टिक के अंडों के बारे में पूछा था.. यह सही है या गलत, मैं इसके बारे में पता करना चाहती हूं। यदि इस मामले में कुछ भी सही पाया जाता है, तब मैं कार्रवाई करूंगी। मैंने पूछा था कि अगर प्लास्टिक के अंडे हों तो उसके दाम कम होंगे या ज्यादा? इस पर मुर्गीपालन प्रतिष्ठान ने कहा है कि सामान्य अंडों की अपेक्षा प्लास्टिक के अंडे बनाने पर लागत ज्यादा आएगी और वह महंगा ही पड़ेगा।