पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुरी के जगन्नाथ मंदिर में पूजा करने का कार्यक्रम राजनीति की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। मंदिर के एक पुजारी सोमनाथ कुंठिया ने ममता के मंदिर में पूजा करने पर आपत्ति जताई है।पुजारी की इस आपत्ति से राजनीतिक पारा चढ़ता नजर आ रहा है।
तृणमूल कांग्रेस ने उसकी इस हरकत के पीछे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने इससे इंकार करते हुए कहा कि ममता गोमांस खाने वालों के पक्ष में हमेशा बोलती रही हैं, लिहाजा पुजारी को उनकी धार्मिक आस्था पर संदेह हुआ होगा इसलिए उन्होंने आपत्ति जताई होगी।
गौरतलब है कि सोमनाथ ने सोमवार को मंदिर कमेटी के पास जाकर ममता के वहां आने और पूजा करने पर सख्त आपत्ति जताई और विरोध-प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। सोमनाथ ने बताया कि ममता ने गाय और भैंस का मांस खाने की अनुमति देकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
पुरी मंदिर एक हिंदू सनातन मंदिर है। इसलिए मैंने उनके मंदिर में प्रवेश का विरोध करने का निर्णय लिया है। हालांकि, मंदिर के अन्य पुजारी ममता के स्वागत के लिए तैयार हैं। जगन्नाथ मंदिर के दायित्व प्राप्त पुजारी सोम महापात्र ने कहा कि ममता बनर्जी पुरी मंदिर में पहुंचेंगी, तो मैं ‘खांडुआ’ देकर उनका स्वागत करूंगा। ममता मंदिर में करीब एक घंटे तक रहेंगी।
ममता से मिलकर रो पड़े सुदीप
मुख्यमंत्री व तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी बीमार सांसद सुदीप से मिलने मंगलवार को पुरी के एक निजी अस्पताल पहुंची। प्राप्त जानकारी के अनुसार, ममता से मिलने के बाद सुदीप फफक-फफक कर रो पड़े। वहीं अस्पताल के बाहर पत्रकारों से बातचीत में ममता ने कहा कि सुदीप का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक नहीं है। उनके स्वास्थ्य को लेकर डाक्टरों ने भी चिंता व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि सांसद का वजन काफी घट गया है। सुदीप को दिल से संबंधित समस्या है और उनका रक्तचाप सामान्य नहीं हो रहा है। सांसद तापस पास की भी तबीयत ठीक नहीं है। उल्लेखनीय है कि सुदीप बंद्योपाध्याय और तापस पाल को सीबीआई ने रोजवैली प्रकरण में गिरफ्तार किया है। दोनों जेल हिरासत में हैं, लेकिन इस बीच सुदीप की तबीयत अधिक बिगड़ जाने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ मुलाकात की संभावना पर ममता बनर्जी ने कहा कि वे तीन दिवसीय ओडिशा दौरे पर हैं। यदि इस दौरान मौका मिला, तो वे पटनायक से जरुरत मुलाकात करेंगी। उन्होंने कहा कि नवीन के साथ उनके बेहतर संबंध हैं और बीते दिनों वे संसद में मिले थे, लिहाजा इसे लेकर किसी तरह की राजनीतिक कयास लगाने की आवश्यकता नहीं है।