नई दिल्ली। मौजूदा दुनिया के लिए गौतम बुद्ध की शिक्षाओं के महत्व को उजागर करते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को कहा कि उनकी शिक्षाएं पाठ्यक्रम में शामिल की जाएंगी। बुद्ध पूर्णिमा पर संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित एक समारोह में जावड़ेकर ने कहा, “बुद्ध ने दुनिया को जीवन का मूल दर्शन दिया, जो दया और करुणा का उपदेश देता है। हम उनके दर्शन को पाठ्यक्रम में शामिल करने की योजना बना रहे हैं।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा गौतम बुद्ध की शिक्षाओं को पाठ्यक्रम में की जाएंगी शामिल
जावड़ेकर ने कहा, “बुद्ध ने यह सिखाया कि पैसे का लालच मनुष्य को कहीं नहीं ले जाता, क्योंकि कब्र में आलमारी नहीं होती। इस बात को युवा भारत को समझने की जरूरत है। यही वजह है कि उनकी विचारधारा महत्वपूर्ण है।” इस मौके पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि बुद्ध की शिक्षाएं आज ज्यादा प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा, “दया, सहानुभूति, मानव मूल्य, अहिंसा और जाति व्यवस्था का विकल्प आज ज्यादा महत्वपूर्ण मुद्दे हैं।” गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, “भारत अतीत में महाशक्ति रहा है। यह फिर से दुनिया में महाशक्ति बनने की राह पर है। बुद्ध के मूल्यों के अनुसरण से हमारे देश को इसे हासिल करने में मदद मिल सकती है।”