गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर के बीच सबसे चौंकाने वाला नतीजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह नगर वडनगर के तहत आने वाली ऊंझा विधानसभा सीट से सामने आ रहा है. यहां से भाजपा के उम्मीदवार करीब 24 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं.
ऊंझा विधानसभा क्षेत्र, मेहसाना जिले के अंतर्गत आता है. यहां से भाजपा के नारायणभाई पटेल के खिलाफ कांग्रेस की आशा बेन पटेल ने निर्णायक बढ़त बना ली है. आशा बेन पटेल यहां अपने निकटतम उम्मीदवार से करीब 24 हजार से ज्यादा वोटों से आगे चल रही है.
2012 के चुनाव में नारायण भाई पटेल ने आशा बेन पटेल को 25 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. कांग्रेस और भाजपा दोनों ने इस बार भी चुनाव में 2012 के उम्मीदवारों पर दांव लगाया था. लेकिन इस बार बाजी कांग्रेस के पक्ष में जाती दिख रही है.
ऊंझा की करीब 40 फीसदी आबादी पाटीदारों की है और यहां भाजपा की हार में पाटीदारों की की नाराजगी साफतौर पर झलक रही है. 2014 में जब पाटीदार आंदोलन चरम पर था, तब हिंसक विरोध के दौरान मारे गए 14 युवाओं में से एक ऊंझा से था.
उंझा विधानसभा क्षेत्र में मतदान गुजरात चुनाव के दूसरे चरण में 14 दिसंबर को हुआ था.
–93880 पुरुष एवं 80799 महिला मतदाताओं ने अपने मत का इस्तेमाल किया था.