रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग स्कीम को यात्रियों की सहूलियत और बुकिंग काउंटरों से भीड़ को कम करने के लिए लॉन्च किया था. इस सुविधा का इस्तेमाल उन यात्रियों को करना था जिन्हें किसी कारणवश अचानक यात्रा के लिए मजबूर होना पड़ा. लेकिन बाद में यात्रियों ने इसका भी प्रयोग आम सुविधा के तौर पर शुरू कर दिया. ऐसे में समय-समय पर मिली शिकायतों के आधार पर रेलवे ने इस सुविधा में कई बार बदलाव किए. वर्तमान में तत्काल टिकट बुकिंग का नियम क्या है इसी को हम आज आपके सामने आसान शब्दों में समझाने की कोशिश करते हैं.
एसी क्लास की टिकटों की तत्काल बुकिंग यात्रा तिथि से एक दिन पहले सुबह 10 बजे से होती है जबकि नॉन-एसी टिकटों की बुकिंग 11 बजे से शुरू होती है.नए नियमों के तहत कुछ शर्तों के साथ तत्काल टिकट पर 100 फीसदी तक रिफंड ले सकते हैं.ट्रेन के शुरुआती स्टेशन पर 2 घंटे लेट होने, रूट बदलने, बोर्डिंग स्टेशन से ट्रेन के नहीं जाने और कोच डैमेज होने या बुक टिकट वाली श्रेणी में यात्रा की सुविधा नहीं मिलने पर आप 100 फीसदी रीफंड मिल सकता है
रेलवे ने रजिस्ट्रेशन, लॉग इन और बुकिंग पेजों पर कैप्चा कोड की व्यवस्था की है. यह इसलिए किया गया है ताकि किसी ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर के जरिए फर्जीवाड़ा करके कोई टिकट बुक न किया जा सके.इंटरनेट बैंकिंग के सभी पेमेंट ऑप्शंस के लिए OTP यानी वन टाइम पासवर्ड की एंट्री की व्यवस्था की गई है.