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मानसिक शांति और मांसपेशियों को ज्यादा मजबूती चाहिए तो करें योग

    भारत में योग को प्राचीनकाल से ही जीवनशैली का अहम हिस्सा बताया गया है। योग हमारे स्वास्थ्य और मानसिक सुख के लिए बहुत जरूरी है। इस विधा को अब पूरी दुनिया मान्यता दे चुकी है। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने अब एक अध्ययन में यह बताया है कि योग का अभ्यास करने से वयस्क पुरुषों में मांसपेशियों की ताकत और संतुलन बढ़ता है साथ ही यह मानसिक स्थिति में सुधार भी करता है।
    ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के शोधकर्ताओं ने उन 22 अध्ययनों की समीक्षा की, जिसमें वयस्कों में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर योगा के प्रभावों की जांच की गई है। योग के कार्यक्रम एक माह से लेकर सात माह तक के होते हैं और इसमें 30 से 90 मिनट तक के सत्र होते हैं। वैज्ञानिकों ने अध्ययन के लिए तीन प्रकार के लोगों के स्वास्थ्य और उनकी मानसिक स्थिति की तुलना की। एक वे जो योग करते थे, दूसरे वे जो नहीं करते थे और तीसरे वे लोग जो दूसरी तरह की एक्सरसाइज जैसे एरोबिक आदि करते थे।
    यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग की दिव्य शिवरामकृष्णन ने बताया कि योग न करने वाले वयस्कों का एक बड़ा हिस्सा निष्क्रिय है। उनकी शारीरिक क्षमता अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित मानकों को भी नहीं पूरा करती है। उन्होंने बताया कि इस अध्ययन से यह सिद्ध होता है कि वयस्कों के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक परिणामों में महत्वपूर्ण सुधार लाने के लिए योग बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि यह एक बहुत ही सौम्य गतिविधि है, जिसके सहारे उम्र संबंधी स्थितियों और बीमारियों से शरीर को बचाया जा सकता है।
    शोधकर्ताओं ने पाया कि योग का अभ्यास करने वाले व्यक्तियों में संतुलन, लचीलापन, पैरों की ताकत, अवसाद, नींद, व्यथित जीवन और शारीरिक स्वास्थ्य आदि में सुधार आया। अन्य एक्सरसाइज की तुलना में योग शरीर की ताकत, लचीलापन को तेजी से बढ़ाता है और अवसाद से निकलने में भी बहुत तेज मदद करता है।शोधकर्ताओं ने बताया कि यह अध्ययन बढ़ती उम्र के लिए योग और उसके लाभ के बारे में हमारी समझ को बढ़ाता है।

योग के हैं कई लाभ

    नियमित योग से शरीर लचीला और मजबूत बनता है। मस्तिष्क शांत और शरीर संतुलित रहता है। सोचने की क्षमता और सृजनात्मकता वाले हिस्सों में संतुलन बढ़ता है। इससे बुद्धि तेज और शॉर्प होती है। साथ ही आत्मनियंत्रण की शक्ति में भी तेजी से वृद्धि होती है। योगाभ्यास से चेहरे पर चमक आती है। बुढ़ापे में भी स्वस्थ बने रहते हैं। शरीर निरोग, बलवान और स्वस्थ बनता है। योग के नित्य अभ्यास से मांसपेशियों की अच्छी कसरत होती है। योग के नियमित अभ्यास से पीठ, कमर, गर्दन, जोड़ों के दर्द की समस्या तो दूर होती ही है, साथ ही योग शरीर की मुद्रा की संरचना को ठीक करता है जिससे दर्द से बचा जा सकता है। नियमित योगा से शरीर की कैलोरी बर्न होती है