Wednesday , December 25 2024

सोना हुआ तीस हजारी, चांदी में भी हुई बढ़त

रायपुर। अंतरराष्ट्रीय मार्केट के प्रभाव से सोने की चमक लगातार बढ़ती जा रही है। 36 हजार का नया रिकार्ड बनाने के बाद सोना एक बार फिर नए रिकार्ड बनाने की ओर चला है। सप्ताह के आखिरी दिन सोना 450 रुपये की तेजी के साथ 36750 रुपये प्रति दस ग्राम(स्टैंडर्ड) और चांदी 100 रुपये की उछाल के साथ 40600 रुपये रही। सराफा संस्थानों में इन दिनों ग्राहकी की सुस्त रफ्तार है।

इसे देखते हुए सराफा कारोबारियों के साथ ही ब्रांडेड ज्वेलर्स कंपनियां भी नए-नए ऑफर लेकर आ रही है। कंपनियों का कहना है कि उपभोक्ताओं के लिए ये फायदेमंद है। इसके साथ ही गोल्ड लोन देने वाली कंपनियों ने अपनी मार्केटिंग पालिसी में बदलाव करने की तैयारी में है।

बताया जा रहा है कि कीमतों में आ रही यह तेजी केवल अंतरराष्ट्रीय मार्केट के प्रभाव से ही है। आने वाले दिनों में भी इनमें तेजी का प्रभाव ही देखने को मिलेगा। बीते दो महीनों में ही सोने की कीमतों में 3000 रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हो गई है।

लोहा बाजार में डिमांड नहीं, सरिया और सस्ता

लोहा बाजार में मंदी का रुख लगातार बना हुआ है। लोकल क्षेत्रों के साथ ही बाहरी क्षेत्रों में भी डिमांड के बराबर है। इसके चलते ही कीमतों में लगातार गिरावट है। इसका असर ही कीमतों में देखने को मिल रहा है। फैक्टरियों में इन दिनों सरिया 36000 रुपये प्रति टन और रियल मार्केट में 39000 रुपये प्रति टन तक बिक रहा है। क्षेत्र से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी सरिया की कीमतों में इस प्रकार से गिरावट के ही संकेत बने हुए है।

लौह उद्योग में मंदी का प्रभाव कीमतों के साथ ही स्टील प्लांटों में भी पड़ने लगा है। इसके असर ही कीमतों में लगातार गिरावट आ रही है। बताया जा रहा है कि अभी तो घाटा कम करने के लिए स्टील प्लांटों अपना काम एक शिफ्ट में ही शुरू किया है,इसके चलते उत्पादन और घट गया है। सरिया की कीमतों में गिरावट के साथ ही सीमेंट की कीमतें भी लगातार गिर रही है। सीमेंट इन दिनों 215 से 220 रुपये प्रति बैग तक बिक रहा है।

लिवाली कमजोर खाद्य तेल स्थिर

बाजार में लिवाली कमजोर होने से खाद्य तेलों की कीमतों में स्थिरता बनी है। कारोबारियों का कहना है कि अभी इसकी कीमतों में किसी भी प्रकार तेजी के संकेत नहीं है। इन दिनों पामोलीन 1080 रुपये, सोयाबीन 1275 रुपये प्रति डिब्बा बिक रहा है। खाद्य तेलों के साथ ही शक्कर की कीमतों में भी लगातार गिरावट बनी हुई है।