जासं, लुधियाना : भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह को बेहतरीन पेनाल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता है, लेकिन बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि संदीप की हॉकी में जरा भी दिलचस्पी नहीं थी। उन्होंने मजबूरी में हॉकी थामी। यह मजबूरी थी नए कपड़ों की। यह बात खुद अर्जुन अवॉर्डी संदीप सिंह ने बताई तो हजारों युवा हैरान रह गए। रविवार को एनीशिएटर्स ऑफ चेंज की ओर से गुरु नानक देव भवन में आयोजित यूथ कॉनक्लेव 2019 के अंतिम दिन पहले सेशन में पहुंचे संदीप सिंह ने कहा कि जब वह छोटे थे तो उनके भाई को नए कपड़े मिलते थे। मुझे बड़े भाई के पहने हुए कपड़े ही मिलते थे, जिसके लिए मैं हमेशा परिवार के साथ गुस्सा करता था। तब मेरी फैमिली ने कहा कि अगर नए कपड़े चाहिए तो हॉकी खेलनी होगी। नए कपड़ों के लिए ही मजबूरी में हॉकी खेलना शुरू किया। 2001 में 12वीं पास की और जीवन में कोई लक्ष्य नहीं था।
आलोचकों ने हर कदम पर रोड़े अटकाए
संदीप ने कहा कि 18 साल की उम्र में उन्होंने हॉकी स्टिक थामी। तभी से वह आलोचकों के निशाने पर आ गए थे। क्योंकि उनके बड़े भाई हॉकी के नामी प्लेयर थे। जब वह भी हॉकी में आए तो उन्हें सिफारिशी प्लेयर कहा जाता था। अच्छा परफॉर्म करने के बाद भी आलोचनाएं होती थीं, लेकिन हर बार वह चुप रहते थे। क्योंकि वह आलोचकों को अपनी बेहतर परफॉर्मेस से जवाब देना जानते थे।
अब रियालिटी शो में दिखाएंगे जलवा
संदीप सिंह अब पर्दे पर अपने टैलेंट से दर्शकों का दिल जीतेंगे। हालांकि, फिल्म सूरमा से पहले ही वह अभिनय के क्षेत्र में चर्चा में रहे हैं। अब वह कई रियालिटी शो में भी दिखेंगे। संदीप सिंह ने बताया कि वह रोडीज में दिखेंगे। इसके बाद कई अन्य प्रोजेक्ट पर भी काम कर रहे हैं।