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बिहार के चुनावी रण में किस नेता के पास कितनी सिक्योरिटी, जानिए

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एसपीजी के सुरक्षा घेरे में हैं, तो वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सीआरपीएफ की वीआईपी सुरक्षा मिली हुई है. इसके अलावा राज्यस्तरीय नेता भी कड़े सुरक्षा घेरे में चुनाव प्रचार कर रहे हैं.

बिहार के चुनावी महासंग्राम में नेताओं का सुरक्षा कवच भी बेहद खास है. राष्ट्रीय स्तर से लेकर राज्यस्तरीय नेता जेड प्लस से लेकर वाई प्लस तक की सिक्योरिटी लेकर चुनाव में प्रचार करने के​ लिए उतरे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एसपीजी सुरक्षा के घेरे में हैं, तो वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सीआरपीएफ की वीआईपी सुरक्षा मिली हुई है. इसके अलावा राज्यस्तरीय नेता भी कड़े सुरक्षा घेरे में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. 
जेड प्लस श्रेणी का सुरक्षा कवच सबसे मजबूत माना जाता है. यह सुरक्षा कवच पीएम मोदी के साथ देखा जा सकता है. इस सुरक्षा घेरे में 36 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं. जिसमें एनएसजी और एसपीजी के कमांडो शामिल होते हैं. इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ सीआरपीएफ की विशेष वीआईपी सुरक्षा है.
वहीं राज्य सरकार की ओर से सीएम नीतीश कुमार को जेड प्लस और एएसएल प्रोटेक्टी सुरक्षा प्रदान की गई है. एएसएल प्रोटेक्टी की बात की जाए, तो इस सुरक्षा घेरे का मतलब होता है, कि वीवीआईपी के आगमन के स्थान पर पहले पहुंचकर उस स्थान की जांच की जाती है. 

पिछले माह राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा को लेकर किये गये वर्गीकरण के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और जीतन राम मांझी को जेड प्लस सुरक्षा घेरे में रखा गया है. वहीं डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, सांसद ललन सिंह, पूर्व सांसद सैयद शाहनवाज हुसैन, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह,  मंत्री अशोक चौधरी और पूर्व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. 

वहीं वाई प्लस सुरक्षा घेरे की बात करें, तो इसमें बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम भी शामिल हैं. उनके अलावा 16 अन्य नेताओं को भी वाई प्लस सुरक्षा मिली हुई है. जिसमें सांसद सुशील कुमार सिंह, पूर्व मंत्री पीके शाही, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, विधायक मदन मोहन झा, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव, पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी, पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री अखिलेश प्रसाद सिंह, पूर्व सांसद शरद यादव, पूर्व मंत्री शकील अहमद, सांसद पशुपति कुमार पारस, पूर्व विधायक रणविजय सिंह और पूर्व मंत्री अनिल कुमार शामिल हैं.