केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने एमएसएमई का जिक्र करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने गन्ना के साथ ही मक्का और चावल से भी इथनॉल उत्पादन की मंजूरी दे दी है। देश में चावल का भरपूर स्टॉक है। हम पूरी दुनिया को चावल खिला सकते हैं। इसलिए जरूरत है कि चावल से इथनॉल का भी उत्पादन हो। देश में दो लाख करोड़ का व्यवसाय इथनॉल से हो सकता है। बिहार में 100 नई फैक्ट्रियां लगाएं, केंद्र सरकार अनुदान देगी। डीजल, पेट्रोल में इथनॉल की खपत होगी तो हमें बाहर से कम तेल आयात करना होगा। रोजगार के अवसर सृजित होंगे तो गरीबी व भुखमरी दूर होगी। सरकार लोन देने के लिए भी तैयार है।
केंद्र के सहयोग से बिहार में उद्योग विकसित होगा : नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग की काफी संभावनाएं हैं। राज्य सरकार ने इसके लिए उद्योग नीति में भी बदलाव किया है। नितिन गडकरी जी ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के केंद्रीय मंत्री होने के नाते बिहार में इथनॉल उद्योग लगाने को लेकर जो सुझाव एवं सहयोग का आश्वासन दिया है, उसके लिए हम उनका धन्यवाद देते हैं। हमने अपने पहले कार्यकाल में उद्योग लगाने को लेकर तत्कालीन केंद्र की यूपीए सरकार को प्रस्ताव दिया था, जिसे अस्वीकृत कर दिया गया था। राज्य में व्यापार बढ़ा है। मुझे खुशी है कि मेरे इस कार्यकाल में केंद्र के सहयोग से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग बिहार में विकसित हो सकेगा। बिहार में उद्योग बढ़ेगा तो रोजगार भी बढ़ेगा। प्रधानमंत्री एवं केंद्र सरकार का राज्य के विकास कार्य में सहयोग मिल रहा है। मुझे उम्मीद है कि अगले वर्ष कई पुलों एवं सड़कों का उद्घाटन आपके द्वारा होगा।
पैक्सों पर अनियमितता मामले में दोषी को सजा दिलाएं : CM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिन पैक्सों पर अनियमितता के आरोप हैं और प्राथमिकी हुई है तो उसकी पूरी जांच कराएं। इसमें जो भी दोषी हैं, उन्हें सजा दिलायें। सभी जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक के साथ इसकी समीक्षा करें। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि जिन पैक्सों ने बकाये राशि का भुगतान कर दिया है उन्हें धान खरीद की इजाजत मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को धान खरीद की समीक्षा बैठक कर कई निर्देश दिये। इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े जिलों के डीएम ने धान खरीद की प्रगति की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक से अधिक किसान अपनी फसल बेच सकें और हमलोग अधिक से अधिक उपज की खरीद कर सकें, यह आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में भंडारण की समुचित व्यवस्था रखें और धान के स्टोरेज के साथ उसकी रिसाइकलिंग की भी उचित व्यवस्था रखें।