बिहार राज्य संयुक्त सेवा महासंघ ने लंबित प्रोन्नति के मसले पर आंदोलन का ऐलान कर दिया है। पटना में रविवार को हुई महासंघ की बैठक में प्रोन्नति के एजेंडा पर चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। यदि बात नहीं बनी तो दो दिन काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे, भिक्षाटन किया जाएगा और फिर भी बात नहीं बनी तो 5 फरवरी को अधिकारी-कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।
संयुक्त सेवा महासंघ के समन्वयक शशांक शेखर सिन्हा ने बताया कि रविवार को महासंघ की बैठक हुई। इसमें बिहार प्रशासनिक सेवा संघ, बिहार शिक्षा सेवा संघ, बिहार अभियंत्रण सेवा संघ, बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ, बिहार राज्य अराजपत्रित महासंघ समेत अन्य संघों से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित हुए। बैठक का एजेंडा दो वर्ष से अधिक से लंबित सभी प्रकार की प्रोन्नति पर राज्य सरकार का ध्यान दिलाना और प्रोन्नति की कार्रवाई को तुरंत प्रारंभ कराना था। उन्होंने कहा कि मामले को सशक्त ढंग से उठाया जाएगा।
प्रोन्नति तुरंत शुरू करने को लेकर सरकार को ज्ञापन सौंपा
प्रोन्नति बाधित रहने से राज्य सरकार के कर्मियों व पदाधिकारियों के मनोबल पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। प्रतिमाह आर्थिक हानि भी हो रही है। अधिकांश उच्च पदों पर प्रभारी व्यवस्था के तहत कार्य हो रहे हैं। लंबित प्रोन्नति तुरंत शुरू करने को लेकर सरकार को ज्ञापन भी सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि न्यायालय द्वारा इसपर रोक और न्यायाधीन होने का तर्क देते हुए राज्य सरकार द्वारा कोई फैसला नहीं लिया जा रहा है।
14 और 15 फरवरी को काला बिल्ला लगाएंगे
महासंघ ने प्रोन्नति लागू करने के लिए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने का निर्णय लिया है। 31 दिसम्बर को मुख्यसचिव दीपक कुमार से मिलकर प्रोन्नति के मुद्दे के समाधान पर वार्ता होगी। 14 व 15 जनवरी को काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे। 31 जनवरी को मिक्षाटन किया जाएगा और 5 फरवरी को अधिकारी-कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।