बिहार की सियासत में जैसे-जैसे सत्ता का संघर्ष बढ़ रहा है वैसे-वैसे नेताओं के बयानों में भाषा की मर्यादा टूट रही है। पिछले कुछ दिनों से पक्ष और विपक्ष के बीच चल रही जुबानी जंग अब उस मुकाम तक पहुंच रही है जब मीडिया के लिए नेताओं की कही को ज्यों का त्यों दिखाना, बताना मुश्किल हो रहा है। ताजा बयान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने दिया है।
भाजपा के प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र यादव द्वारा तेजस्वी को खरमास बाद पार्टी की टूट बचा लेने की चुनौती दिए जाने और फिर जद यू सांसद ललन सिंह द्वारा ‘राजद का भाजपा में विलय हो जाएगा’ जैसा बयान दिए जाने के बाद भड़के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने एक सवाल के जवाब में यहां तक कह दिया कि ‘आप ही बता दो हर भौंकने वाले का जवाब देना जरूरी है क्या?’ प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ‘राजद पार्टी पूरी मजबूती के साथ खड़ी है। ये एक नम्बर की पार्टी है। बिहार की जनता राजद के साथ है।’
गौरतलब है कि राजद की टूट के दावों के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 10 सर्कूलर रोड आवास पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्षों की बैठक बुलाई थी। करीब चार घंटे तक चली इस बैठक में पार्टी की आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक खत्म होने के बाद बाहर आ रहे प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सभी लोग काम कर रहे हैं। जनहित के मुद्दों पर पार्टी सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी। 30 जनवरी को बनने वाली मानव श्रृंखला में सभी एकजुटता के साथ मजबूती से शामिल होंगे।
बैठक में तेजस्वी यादव की धन्यवाद यात्रा को लेकर भी विचार मंथन हुआ। इस सम्बन्ध में 16 जनवरी को एक और बैठक बुलाई गई है। उस दिन पार्टी के सभी महासचिव, सचिव सहित बड़े नेताओं को बुलाया गया है। उस दिन तेजस्वी 30 जनवरी को कृषि कानून के विरोध में बनने वाली मानव श्रृंखला के बारे में भी पार्टी नेताओं से चर्चा करेंगे।