Ken Betwa Link Project। केन-बेतवा प्रोजेक्ट में मध्य प्रदेश को पानी मिलने के मामले में फैसला होने से दतिया जिले की 13 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित हो सकेगी। बामोर प्रोजेक्ट जो अभी प्रस्तावित सिंचाई नहर परियोजना है, उसका काम भी अंतिम दौर में चल रहा है। इस परियोजना से कुल 1 लाख 10 हजार 400 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने का लक्ष्य रखा गया है। बामोर प्रोजेक्ट के परियोजना अधिकारी एके गुप्ता ने बताया कि केन-बेतवा का अधिकांश जल उत्तर प्रदेश को मिल जाता था। शेष बचे हुए जल से हम सिंचाई कर पाते थे और नदी पर बनाए जा रहे हैं, 2208 करोड़ के प्रोजेक्ट को इससे जीवनदान मिल गया है। इसके तहत 328 एमसीएम ( मिलियन क्यूबिक मीटर) पानी अब पूरी तरह से बामोर परियोजना को मिल पाएगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में शिवपुरी जिले के दीदावरी में और नदी पर डैम बना रखा है। इस डैम का पानी सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
500 किमी नेटवर्क में होगा जल प्रदाय
बामोर परियोजना तहत 500 किलोमीटर की पाइप लाइन का नेटवर्क अंडर ग्राउंड बिछाया जा रहा है। कुल 10 हजार किलोमीटर का यह सिंचाई नेटवर्क है। जिसने स्प्रिंकलर के माध्यम से खेतों में सिंचाई होगी और जल का पूरा-पूरा उपयोग हो पाएगा। इससे दतिया जिले की अतिरिक्त 13 हजार हेक्टेयर भूमि को जल उपलब्ध हो पाएगा और इससे कृषि उत्पादन भी जिले में बढ़ जाएगा।