अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण के लिए नींव की भराई का काम पूरा होने के बाद मिर्जापुर के लाल पत्थरों से 16 फीट ऊंची प्लिंथ निर्माण का कार्य आरम्भ होगा । यह भव्य राममंदिर का आधार अर्थात प्लेटफॉर्म होगा जो कि 16 फिट ऊची बनाई जाएगी । राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण में दो अलग अलग प्रकार के पत्थरो का प्रयोग किया जाएगा ।
राममंदिर के आधार के लिए उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के लाल पत्थरों को प्रयोग में लाया जाएगा। मंदिर का निर्माण कर रही कंपनी लार्सन एंड टुब्रो ने इस पत्थर का आर्डर भी दे दिया है । यह पत्थर बरसात बाद अयोध्या पहुचने शुरू हो जाएंगे। इन पत्थरों को निश्चित स्वरूप देने के लिए राम जन्मभूमि परिसर में कार्यशाला स्थापित कर तराशने का काम किया जाएगा। अभी तक अयोध्या के रामघाट में दो कार्यशाला में यह कार्य चल रहा था। जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं का यहां तांता लगा रहता था।
राजस्थान के बंशी पहाड़पुर से मंगाए जा रहे ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र ने बताया कि राम मंदिर निर्माण में पिंक स्टोन का प्रयोग किया जाएगा। पिंक स्टोन राजस्थान के बंशी पहाड़पुर से मंगाए जा रहे है । हालांकि एक लाख 10 हजार घन फुट पत्थर कार्यशाला में तराशे जा चुके है। इन पत्थरों को रामघाट कार्यशाला से राम जन्मभूमि परिसर पहुचाने का कार्य भी 60 प्रतिशत हो चुका है। ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र ने कहा कि राजस्थान में गैर दल की सरकार है फिर भी पिंक स्टोन पत्थरो को लाने में कोई दिक्कत नहीं होगी ।