कहते हैं अगर घर का वास्तु सही हो तो बिगड़े काम भी बन जाते हैं। वहीं शादी का मामला तो बहुत ही नाजुक होता है, जरा सी ऊंच नीच से रिश्ता जुड़ने से पहले ही टूटने का खतरा मंडराने लगता है। अब अगर आपकी भी शादी की उम्र हो गई है और इस तरह की स्थिति से जूझ रहे हैं तो तनाव लेने की कोई जरूरत नहीं है, वास्तु के हिसाब से बस ये बदलाव करके देखिए। आपको जरूर फायदा मिलेगा।
– सबसे पहले तो आप इस बात पर गौर फरमाएं कि आप किस दिशा में सोते हैं। वास्तु के अनुसार, शादी योग्य कुंवारे लड़कों को दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं सोना चाहिए। इससे शादी में बाधा आती है। माना जाता है कि इससे अच्छे रिश्ते नहीं आते हैं।
– आपको अपना बिस्तर इस तरह रखना चाहिए कि सोते समय पैर उत्तर और सिर दक्षिण दिशा में हो। सोने के इस सबसे महत्वपूर्ण नियम की अनदेखी नहीं करनी चाहिए।
– जिन कमरों में एक से अधिक दरवाजे हों उस कमरे में शादी योग्य लड़कों को सोना चाहिए।
– जिन कमरों में हवा और रोशनी का प्रवेश कम हो, उन कमरों में नहीं सोना चाहिए।
– कई कमरे ऐसे होते हैं, जहां से किरणें लटकी हुई दिखाई देती है। ऐसे कमरे में नहीं सोना चाहिए। अगर आप ऐसे कमरे में सोएंगे तो शादी में देरी होती जाएगी।
– कोई और भी आपके साथ कमरे में रहता है तो अपना बिस्तर दरवाजे के नजदीक रखें।
– दीवारों का रंग गहरा नहीं होना चाहिए। पीला, गुलाबी रंग शुभ माना जाता है।
– काले रंग के कपड़े और दूसरी चीजों का इस्तेमाल कम करना चाहिए।