इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने उस समय सभी क्रिकेट फैन्स को झटका दिया जब उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य और बाएं हाथ की ऊंगली में लगी चोट के कारण अनिश्चितकाल के लिए क्रिकेट से ब्रेक लेने की घोषणा की। उन्होंने भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज से भी अपना नाम वापस ले किया है। स्टोक्स को इसी महीने इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेली गई वनडे सीरीज में तब कप्तान बनाया गया था जब इंग्लैंड के ड्रेसिंग रूम में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल गया था। इस मुद्दे पर श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगकारा ने बेन स्टोक्स के इस फैसले पर उनके प्रति सहानुभूति व्यक्त की है।
मेरीलेबॉर्न क्रिकेट क्लब के प्रेसिडेंट कुमार संगाकारा ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, ‘ बेन और उसके परिवार के लिए ये बहुत कठिन समय होगा। यह आसानी से लिया गया निर्णय नहीं होगा लेकिन ये उस स्तर पर ध्यान केंद्रित करता है जिस स्तर पर एलीट खिलाड़ी खेलते हैं।’ खेलों में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर अब चर्चा काफी बढ़ गई है। अमेरिका की जिमनास्ट सिमन बाइल्स ने टोक्यो ओलंपिक के दो इवेंट से अपना नाम वापस ले लिया है। इनसे पहले जापान की स्टार टेनिस खिलाड़ी नाओमी ओसाका ने भी फ्रेंच ओपन से अपना नाम वापस ले लिया था। इससे साथ ही उन्होंने विम्बलडन भी नहीं खेला। इन दोनों ने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए ये फैसले लिए।
क्रिकेट में ये पहली घटना नहीं है, स्टोक्स से पहले भी कई क्रिकेटर रह चुके हैं जिन्होंने मानसिक स्वास्थ्य के कारण क्रिकेट से ब्रेक लिया और कई ने तो क्रिकेट जो अलविदा कह दिया है। इस लिस्ट में सबसे ताजा नाम ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने 2020 में क्रिकेट से ब्रेक लिया था। जोनाथन ट्रॉट, मार्कस ट्रेसकॉथिक, साराह टेलर तीन ऐसे इंग्लिश खिलाड़ी हैं जिन्होंने मानसिक स्वास्थ्य के कारण क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।