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सबसे बड़ी चोरी के मास्टरमाइंड गोपाल से सवा करोड़ की संपत्ति बरामद, 3 KG सोना अब तक बरामद नहीं

गौतमबुद्ध नगर जिले की सबसे बड़ी चोरी के मास्टरमाइंड गोपाल से पुलिस ने सवा करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद की है। इसमें एक किलो सोना और 65 लाख रुपये की जमीन के दस्तावेज हैं।

एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपी गोपाल ने कई अहम जानकारियां दी हैं। उसने बताया कि किशलय पांडेय के ड्राइवर ने उसे फ्लैट में रखे सोने और नकदी की जानकारी दी थी। इसके बाद गोपाल ने साथियों के साथ चोरी की साजिश रची।

पुलिस ने रिमांड के दौरान गोपाल से एक करोड़ 25 लाख रुपये की संपत्ति बरामद की है। आरोपी ने चोरी की गई नकदी से गाजियाबाद के पूर्व कुख्यात महेंद्र फौजी के गांव मेवला भट्टी में चार बीघा जमीन खरीदी है। पुलिस ने जमीन के दस्तावेज आरोपी के घर से बरामद किए हैं। इसके अलावा आरोपी से एक किलो सोना बरामद किया गया है। पुलिस ने तीन दिन के रिमांड के बाद सोमवार शाम को गोपाल को जेल भेज दिया। चोरी के मामले में अभी पंकज और संतल फरार हैं।

ऐसे हुआ था करोड़ों की चोरी का खुलासा : ग्रेटर नोएडा के सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी के फ्लैट नंबर 301 से सितंबर माह में चोरों ने 36 किलो सोना और छह करोड़ से अधिक की नकदी चोरी की थी। इसकी पूरी योजना गोपाल ने तैयार की थी। संबंधित फ्लैट किशलय पांडेय का बताया गया था। 11 जून को पुलिस ने छह आरोपियों को पकड़कर किया था। अभी तक 17 किलो सोना और 57 लाख रुपये की नकदी समेत करीब दस करोड़ कीमत के माल को बरामद कर चुकी है। मास्टरमाइंड गोपाल 10 जुलाई को दिल्ली में तमंचे के साथ गिरफ्तार हुआ था।

चुनौती : चार किलो सोने में से एक किलो ही बरामद

पुलिस अभी तक एक किलो सोना ही बरामद कर सकी है, जबकि आरोपी के हिस्से में चोरी का चार किलो सोना आया था। जब पुलिस ने उससे सोने के बारे में पूछताछ की तो वह गुमराह करता रहा। उसने अपनी बहनों और अन्य रिश्तेदारों को सोना देने का दावा किया।

चुप्पी : किशलय पांडेय के खिलाफ नहीं खोला मुंह

रिमांड पर लेने से पहले पुलिस दावा कर रही थी कि कालेधन के राज गोपाल ही खोलेगा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उसने फ्लैट में रखे सोने व नकदी के स्रोत के बारे में कोई भी जानकारी होने से इनकार कर दिया। उसने बताया कि उसे सोने व नकदी के बारे में किशलय के ड्राइवर प्रदीप ने जानकारी दी थी। अभी तक आधिकारिक तौर पर स्पष्ट नहीं हो सका है कि कालाधन किसका था। इसको लेकर पांडेय परिवार भी इनकार कर चुका है।