जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा है कि वे संगठन की मजबूती पर ध्यान दें। क्योंकि चुनाव के समय हमारा संगठन कमजोर था। अब इसे बिहार का नंबर वन संगठन बनाने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने और जरूरतमंदों को लाभ मिले, इसे सुनिश्चित करें।
इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भागलपुर से कहलगांव के बीच सड़क की हालत इतनी जर्जर क्यों है, मेरी समझ में नहीं आ रहा है। जबकि बिहार की सारी सड़कें गुणवत्तापूर्ण तरीके से बन गई हैं। उपेन्द्र कुश्वाहा ने भरोसा दिया कि वे इसके बारे में पता करेंगे कि आखिर क्यों नहीं अच्छी सड़क बन पा रही है।
जदयू के शासनकाल में विक्रमशिला की उपेक्षा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विक्रमशिला के पास प्रस्तावित केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण अवश्य होगा। जल्द ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं विक्रमशिला के पास अधिग्रहित करीब 11 एकड़ जमीन पर पर्यटक सुविधा का भी विस्तार होगा। जब उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा तीन साल पहले गंगा पंप नहर परियोजना का उद्घाटन किया गया था लेकिन अबतक किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। इस पर उन्होंने कहा कि वे इसकी जानकारी लेंगे कि आखिर क्यों नहीं परियोजना चालू हो पा रही है।
एनडीए को तोड़नेवालों की नहीं गलेगी दाल: उपेंद्र
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास कार्यों के लिए समर्पित रहते हैं। बिहार में कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। दलितों, महिलाओं के अलावा अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों के लिए चिंतित रहते हैं। बिहार में हर घर नल का जल पुहंचाया जा रहा है। वहीं साठ वर्ष पूरा करने वाले वृद्धजनों को पेंशन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार पहला राज्य है, जहां कोरोना के दौरान मृत हुए लोगों के परिजनों को चार लाख रुपए की सहायता राशि दी जा रही है। किसी भी प्रकार की कोई घटना घटती है तो इस सरकार में सख्ती के साथ कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए पूरी तरह से सुरक्षित है। एनडीए को तोड़ने वालों की दाल नहीं गलने वाली है।