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IND vs ENG: चेतेश्वर पुजारा की धीमी बल्लेबाजी को लेकर मचे बवाल पर बोले सुनील गावस्कर- तरीका नहीं पसंद तो किसी और को आजमाए टीम इंडिया

टीम इंडिया के स्टार टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की धीमी बल्लेबाजी को लेकर हमेशा ही बहस होती रहती है। वहीं भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर उनके सपोर्ट में उतर आए हैं। गावस्कर का मानना है कि पुजारा का खेलने का तरीका बिल्कुल सही है और अगर टीम को यह सही नहीं लगता, तो उन्हें किसी और की तलाश कर लेनी चाहिए। मजबूत डिफेंस और तकनीक के लिए पहचाने जाने वाले पुजारा को खराब गेंदों पर रन नहीं बना पाने के कारण हाल के सालों में आलोचना का सामना करना पड़ा है। उन्हें हाल में न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के दौरान भी आलोचना की सामना करना पड़ा था।

गावस्कर ने कहा, ‘पुजारा ने एक निश्चित तरीके से खेलने के कारण इंटरनेशनल लेवल पर जगह बनाई है, उसे उस तरीके पर विश्वास रखना होगा। अगर टीम को उसके तरीके पर भरोसा नहीं है तो वे किसी और को आजमाने की सोच सकते हैं।’ पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘लेकिन इस तरीके ने उसके लिए काम किया है, भारत के काम आया है। वह एक छोर पर डटा रहता है जबकि शॉट खेलने वाले खिलाड़ी के पास दूसरे छोर पर शॉट खेलने का मौका होता है क्योंकि उसे पता है कि एक छोर पर मजबूत खिलाड़ी खड़ा है।’

उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि उसे अपने ऊपर विश्वास रखना होगा और उस तरीके से खेलना जारी रखना होगा जिसे वह बेस्ट समझता है, क्योंकि सालों से उसने भारत के लिए शानदार काम किया है।’ पुजारा डब्ल्यूटीसी के दो साल के पहले सीजन के दौरान एक भी शतक नहीं जड़ पाए और इस दौरान 30 से कम की औसत से रन बनाए। पुजारा बुधवार से इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में शुरू हो रही पांच मैचों की सीरीज के दौरान खेलते नजर आएंगे। 

गावस्कर ने कहा, ‘पुजारा ने एक निश्चित तरीके से खेलने के कारण इंटरनेशनल लेवल पर जगह बनाई है, उसे उस तरीके पर विश्वास रखना होगा। अगर टीम को उसके तरीके पर भरोसा नहीं है तो वे किसी और को आजमाने की सोच सकते हैं।’ पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘लेकिन इस तरीके ने उसके लिए काम किया है, भारत के काम आया है। वह एक छोर पर डटा रहता है जबकि शॉट खेलने वाले खिलाड़ी के पास दूसरे छोर पर शॉट खेलने का मौका होता है क्योंकि उसे पता है कि एक छोर पर मजबूत खिलाड़ी खड़ा है।’

उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि उसे अपने ऊपर विश्वास रखना होगा और उस तरीके से खेलना जारी रखना होगा जिसे वह बेस्ट समझता है, क्योंकि सालों से उसने भारत के लिए शानदार काम किया है।’ पुजारा डब्ल्यूटीसी के दो साल के पहले सीजन के दौरान एक भी शतक नहीं जड़ पाए और इस दौरान 30 से कम की औसत से रन बनाए। पुजारा बुधवार से इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में शुरू हो रही पांच मैचों की सीरीज के दौरान खेलते नजर आएंगे।