सूबे के किसान अब स्मार्ट बनेंगे। कृषि की नवीनतम तकनीक पर आधारित खेती किसानी की फिल्में और किसानों की सफलता की कहानियां मोबाइल पर देखकर अपना काम शुरू करेंगे। माइक्रो एसडी कार्ड के माध्यम से किसान अपने स्मार्टफोन पर खेती किसानी का गुर सीखेंगे। इसके लिए उन्हें बाहर जाकर प्रशिक्षण लेने की जरूरत नहीं है। बल्कि उनके मोबाइल पर ही उनके सारे सवालों का जवाब उन्हें मिल जाएगा।
माइक्रो एसडी कार्ड में कृषि आधारित फिल्मों को देखने में किसानों को समय और पूंजी की जरूरत नहीं होगी। यह बिना इंटरनेट सुविधा का भी चलेगा। किसान भाई घर बैठे अपने स्मार्टफोन और एलईडी टेलीविजन पर इस फिल्म को परिवार के साथ देख सकेंगे। बिहार कृषि विवि (बीएयू) किसानों को कृषि कार्य में स्मार्ट बनाने के लिए निशुल्क 32जीबी का माइक्रो एसडी कार्ड उपलब्ध कराएगा। इसके लिए किसानों को कोई राशि चुकता नहीं करनी पड़ेगी।
बिहार सरकार ने इसकी सफलता को देखते हुए राज्य भर के लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय को 40 लाख रुपए की स्वीकृति दी है। अब इन राशि से करीब 5000 किसानों को 32जीबी माइक्रो एसडी कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वे इसमें अपलोड फिल्मों को अपने स्मार्टफोन के माध्यम से देख समझकर वैज्ञानिक खेती की ओर मुड़ सके और अपनी आमदनी बढ़ा सकें।
एसडी कार्ड में 60 फिल्में होगी अपलोड
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराए जाने वाली माइक्रो एसडी कार्ड में कृषि पर आधारित 60 तकनीकी फिल्में और 70 किसानों की सफलता की कहानी अपलोड रहेगी। इसके अतिरिक्त खेती किसानी से जुड़ी कई लघु फिल्में भी होगी। इस कार्ड की सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि इसे मोबाइल में डालते ही एक ऐप इंस्टॉल हो जाएगा जो ऑफ एवं ऑनलाइन दोनों मोड पर चलेगा। 32 जीबी के माइक्रो एसडी कार्ड में 10 जीबी मेमोरी खाली रखा जाएगी ताकि इसका उपयोग करने वाले किसान अपने जरूरत की फोटो, डाटा और वीडियो आदि सुरक्षित रख सके।
बता दें कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नवार्ड और मैनेज के सहयोग से आठ एवं 16 जीबी का करीब 15 सौ कार्ड अपने विभिन्न माध्यमों से किसानों को उपलब्ध कराया जा चुका है। जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। राज्य के सैकड़ों किसानों ने कृषि आधारित फिल्मों को देखकर अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक तौर तरीकों से खेती करना प्रारंभ कर दिया है।कुलपति बीएयू डॉ अरुण कुमार ने कहा, ‘राज्य के किसानों की आमदनी बढ़े इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन प्रतिबद्ध है। हमें उन तक कृषि की नवीनतम तकनीक को पहुंचा कर उनकी आय दोगुनी करना चाहते हैं यही हमारा लक्ष्य है।’