टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली पिछले काफी समय से अपनी फॉर्म से जूझ रहे हैं और हर एक रन के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। कोहली के बल्ले से आखिरी शतक नवंबर 2019 में निकला था। इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज में भी चार पारियों में विराट एक भी अर्धशतक तक नहीं जड़ सके हैं। लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में भारतीय कप्तान ने अच्छी शुरुआत तो की, पर फिर अपनी इनिंग को बड़ी पारी में तब्दील नहीं करने की उनकी कमजोरी उजागर हुई। इसी बीच, भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर विराट की बैटिंग अप्रोच से काफी नाखुश दिखाई दिए हैं। गावस्कर ने कोहली को टेस्ट फॉर्मेट में वी सेप में खेलने की सलाह भी दी है। सोनी स्पोर्ट्स’ के साथ बातचीत करते हुए गावस्कर ने कहा, ‘यह तरीका उनके लिए कामयाब रहा है। इस बैक और मूवमेंट के साथ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 8,000 हजार रन बनाए हैं। लेकिन वह ऑफ स्टंप के बहुत बाहर जाती गेंदों को इस पारी में जल्दी खेलने की कोशिश कर रहे थे। इस दफा उनका पैर कहीं और था और बैट कहीं और जिसका मतलब है कि उन्होंने गेंद को काफी अच्छे तरीके से नहीं खेला। यह शायद बहुचर्चित शब्द इंटेंट की बात हो, लेकिन पांच दिन के गेम में हर बल्लेबाज रन बनाने के लिए जाता है। यही तरीका अलग करता है। मेरे हिसाब से हर बल्लेबाज को उसका खुद का तरीका खोजने के लिए अकेला छोड़ देना चाहिए। यह टेस्ट मैच है। वनडे और टी-20 स्थिति एकदम अलग होती है, लेकिन यहां पर क्या करने की जरूरत है कि आपको आना है और पुराने फैशन वी में खेलने की कोशिश करनी है।’लॉर्ड्स टेस्ट मैच के चौथे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 6 विकेट खोकर 181 रन बना लिए हैं। टीम की कुल बढ़त 154 रनो की हो चुकी है। ऋषभ पंत 14 रन बनाकर खेल रहे हैं और टेस्ट के आखिरी दिन उनके ऊपर टीम को बड़ी लीड दिलाने की जिम्मेदारी होगी। इससे पहले पहली पारी में शतक ठोकने वाले केएल राहुल दूसरी इनिंग में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और महज 5 रन बनाकर आउट हुए। रोहित शर्मा ने शुरुआत तो अच्छी की पर वह इसको बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके। राहुल और रोहित दोनों को ही मार्क वुड ने पवेलियन भेजा। कप्तान विराट कोहली (20) को सैम करन ने चलता किया। चेतेश्वर पुजारा (45) और अजिंक्य रहाणे (61) ने फॉर्म में वापसी के संकेत दिए और चौथे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की। हालांकि, आखिरी सेशन में मोईन अली ने पहले रहाणे और फिर रविंद्र जडेजा (3) को 8 रनों के अंदर पवेलियन भेजकर इंग्लिश टीम की मैच में वापसी कराई।