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निजी स्कूलों की मनमानी पर लगेगी लगाम? आरटीई के तहत दाखिला नहीं देने पर इन 17 नामी-गिरामी स्कूलों को नोटिस जारी

गौतमबुद्ध नगर में जिला बेसिक शिक्षा विभाग ने सोमवार को शिक्षा का अधिकार (आरटीई) अधिनियम के तहत दाखिला देने में आनाकानी करने वाले 17 से अधिक निजी स्कूलों को नोटिस जारी किया है। साथ ही 18 अगस्त को अभिभावकों व स्कूल प्रबंधन को बैठक के लिए बुलाया गया है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र सक्सेना ने बताया कि आरटीई के तहत दाखिला न देने को लेकर निजी स्कूलों की लापरवाही देखने को मिल रही है। उन्होंने बताया कि ऐसे कई स्कूलों के खिलाफ अभिभावकों द्वारा दाखिला नहीं देने को लेकर शिकायत आ रही थी।

इसी को ध्यान में रखते हुए नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 17 से अधिक निजी स्कूलों को नोटिस जारी किया गया है। साथ ही सभी स्कूलों के प्रबंधन व अभिभावकों को 18 अगस्त को विभाग के कार्यालय में बुलाया गया है। बैठक में अभिभावकों की समस्या को समझकर तत्काल हल कराया जाएगा।

इन स्कूलों पर लापरवाही का आरोप

द मिलेनियम स्कूल, मैरी गोल्ड स्कूल, ग्रेड्स इंटरनेशनल स्कूल, ऑक्सफोर्ड ग्रीन पब्लिक स्कूल, दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, बाल भारती पब्लिक स्कूल नोएडा, स्टेप बाई स्टेप स्कूल नोएडा, शांति इंटरनेशनल स्कूल नोएडा, फ्लोरेंस इंटरनेशनल स्कूल, द इनफिनिटी स्कूल ग्रेटर नोएडा वेस्ट आदि स्कूल शामिल हैं।

पहली से पांचवी तक की पढ़ाई स्कूल में शुरू कराने पर विचार करें : मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश में सोमवार को माध्यमिक शिक्षा के कुछ स्कूल खुल गए और कक्षा नौ से 12 तक के छात्र-छात्राओं को कोविड प्रोटोकाल के साथ प्रवेश दिया गया। पहले दिन अनुपस्थिति काफी कम रही, लेकिन स्कूल खुलने से बच्चे काफी उत्साहित दिखे। प्रदेश के विभिन्न जिलों में कुछ स्कूल खुले तो कुछ बंद भी रहे। अभिवावकों ने स्कूल खुलने पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी।

इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आगामी एक सितंबर से प्रदेश में कक्षा एक से पांच तक के पठन-पाठन का काम स्कूल में शुरू करने पर विचार करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए आयोजित टीम-9 की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि  के बाद 23 अगस्त से छठी से आठवीं तक तथा एक सितंबर से कक्षा एक से पांच तक विद्यालयों में पठन-पाठन प्रारंभ करने पर विचार किया जाए।

योगी ने कहा कि प्रदेश स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाहकार समिति की अनुशंसाओं के अनुरूप आज से माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में 50 फीसदी क्षमता के साथ भौतिक रूप से पठन-पाठन प्रारंभ हो गया है। सभी जगह कक्षाएं दो शिफ्ट में चलाई जानी हैं। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

उत्तर प्रदेश सरकार ने दो अगस्त को कोविड-19 महामारी के कारण लंबे समय से बंद स्कूलों (माध्यमिक और इंटरमीडिएट) को 16 अगस्त से खोलने और उच्‍च शिक्षण संस्‍थानों को एक सितंबर से खोलने की तैयारी किए जाने के निर्देश दिए थे। माध्‍यमिक विद्यालयों में सोमवार से शुक्रवार तक दो सत्रों में 50-50 फीसद छात्रों की पढ़ाई होगी। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा के अनुसार, सरकार के लिए बच्चों एवं शिक्षकों का स्वास्थ्य सर्वोपरि है।