अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट के भविष्य पर भी सवाल उठ रहे हैं। इसी बीच तालिबान नेता अनस हक्कानी ने शनिवार को अफगानिस्तान की नेशनल क्रिकेट टीम के कप्तान हशमतुल्ला शाहिदी से मुलाकात की। इस मीटिंग में तालिबान के लीडर अनस हक्कानी ने क्रिकेट को समर्थन की पुष्टि की है।
यह कहते हुए कि इस्लामिक अमीरात ने अफगानिस्तान में क्रिकेट की नींव रखी, अनस हक्कानी ने हशमतुल्ला शाहिदी और अफगानिस्तान क्रिकेट टीम और सिलेक्शन बोर्ड के सदस्यों के साथ बातचीत की। तालिबान के साथ मीटिंग में अफगान क्रिकेटर नूर अली जादरान और क्रिकेट बोर्ड के पूर्व सिलेक्ट समिति के अध्यक्ष असदुल्ला खान भी शामिल थे। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के साथ तालिबान की ये मुलाकात चरमपंथी समूह के पूर्व कप्तान असगर अफगान से मुलाकात के कुछ दिनों बाद हुई है। इस मुलाकात की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें तालिबान कमांडो को अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान असगर अफगान के साथ दावत देते और सेल्फी लेते हुए भी देखा गया।
तालिबान के साथ मीटिंग में अफगान क्रिकेटर नूर अली जादरान और क्रिकेट बोर्ड के पूर्व सिलेक्ट समिति के अध्यक्ष असदुल्ला खान भी शामिल थे। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के साथ तालिबान की ये मुलाकात चरमपंथी समूह के पूर्व कप्तान असगर अफगान से मुलाकात के कुछ दिनों बाद हुई है। इस मुलाकात की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें तालिबान कमांडो को अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान असगर अफगान के साथ दावत देते और सेल्फी लेते हुए भी देखा गया।इस बीच अफगानिस्तान के फ्रंटलाइन क्रिकेट खिलाड़ियों ने अपने देश में तालिबान के नेतृत्व में चल रहे अत्याचारों पर चिंता व्यक्त की है। अफगानिस्तान के राशिद खान, मोहम्मद नबी और मुजीब जॉर्डन जैसे स्टार खिलाड़ी मौजूदा समय में ‘द हंड्रेड’ में खेलने के लिए यूके में हैं। इन खिलाड़ियों ने दुनिया के नेताओं से युद्धग्रस्त राष्ट्र की मदद करने की अपील की है।गौरतलब है कि काबुल पर कब्ज़ा करने के बाद हथियारों से लैस तालिबान कमांडो खेल के लिए अपने प्यार का इजहार करने के लिए अफगान क्रिकेट बोर्ड मुख्यालय में घुस गए थे। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सीईओ हामिद शेनवारी ने कहा है कि तालिबान क्रिकेट का समर्थन करेगा और इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगा।