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हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव: बाढ़ में ड्यूटी से गायब मिले 62 इंजीनियरों पर होगी कार्रवाई, 21 ने नहीं दिया संतोषजनक जवाब

बाढ़ जैसे संवेदनशील मौके पर भी राज्य के कई अभियंता अपने कार्यस्थल से गायब पाए गए। विभिन्न जिलों में तैनात जल संसाधन विभाग के ऐसे 62 इंजीनियरों के खिलाफ ड्यूटी में कोताही बरतने को लेकर कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि विभाग द्वारा बाढ़ के दौरान सभी इंजीनियरों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी थीं और सभी को अपने-अपने कार्यस्थल पर मौजूद रहने का आदेश दिया गया था। 

जल संसाधन विभाग ने गत 22 जुलाई से 11 अगस्त के बीच लगातार 20 दिनों तक मुख्य अभियंता से लेकर कनीय अभियंता तक की मोबाइल ट्रैकिंग करायी। इस ट्रैकिंग में अधीक्षण से लेकर कनीय तक के 62 अभियंता विभिन्न स्थानों पर अपनी डयूटी से गायब पाए गए। विभाग के स्तर से की जाने वाली यह ट्रैकिंग विशेषकर बाढ़ अवधि में और महत्वपूर्ण हो जाती है। ऐसे समय में इन अभियंताओं के अपने कार्यस्थल पर अनुपस्थित पाए जाने को गंभीरता से लेते हुए विभाग अब कार्रवाई करेगा।

21 इंजीनियरों का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया 

जानकारी के अनुसार 20 दिनों की अवधि में विभाग के सभी प्रक्षेत्र में मोबाइल ट्रैकिंग की गई। ट्रैकिंग में अपने कार्यस्थल पर नहीं पाए गए सभी 62 अभियंताओं से विभाग द्वारा स्पष्टीकरण मांगा गया। इसके बाद, प्राप्त स्पष्टीकरण की समीक्षा की गयी। इसमें 21 अभियंताओं का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया है और इनपर कार्रवाई की जा रही है। 

वहीं, कार्यस्थल पर अनुपस्थित पाए गए सभी 62 अभियंताओं की सूची में कनीय अभियंता से लेकर वरीय अभियंता स्तर तक के अधिकारी मौजूद हैं और विभाग इनसब पर कार्रवाई करने का मन बना चुका है। जानकारी के अनुसार 21 अभियंता जिनपर कार्रवाई की जाएगी उनमें 6 अभियंता बीरपुर, 1 बिहारशरीफ, 1 औरंगाबाद, 2 सहरसा, 3 गया, 4 गोपालगंज, 1 मुजफ्फरपुर, 3 डिहरी से हैं।  

मुख्य अभियंताओं का मतंव्य मांगा गया

जानकारी के अनुसार 41 अभियंताओं का जवाब संतोषजनक नहीं था और उनके जवाब पर मुख्य अभियंताओं से मंतव्य मांगा गया है। इसके आने के बाद उनपर कार्रवाई निर्धारित होनी है। 

22 जुलाई तक सूबे की आठ नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं

राज्य में 22 जुलाई तक सूबे की आठ नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं। कोसी नदी खगड़िया में 95 सेमी, बागमती नदी सीतामढ़ी में 66 सेंमी, मुजफ्फरपुर में 72 सेमी व दरभंगा में 53 सेमी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार 24 जुलाई तक राज्य की 388 पंचायतें बाढ़ की चपेट में आ चुकी थी। इस बाढ़ से 16.61 लाख लोग प्रभावित थे।

डयूटी से गायब पाए गए इतने अभियंता

कार्य प्रमंडल   गायब अभियंता
बीरपुर         17
गोपालगंज    05
मुजफ्फरपुर  03
डिहरी         09
मोतिहारी     06
सहरसा        07
बिहारशरीफ  02
गया             05
दरभंगा         01
कटिहार        06