Friday , December 20 2024

एसवीयू ने निलंबित शहरी एवं आवास विकास अधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के घर की छापेमारी, मिली आय से ढाई गुना ज्यादा संपत्ति

भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे भभुआ नगर परिषद के तत्कालीन कार्यपालक अधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में कार्रवाई की गई है। विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने बुधवार को उनके पटना के रुकनपुरा स्थित फ्लैट पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान कई चल-अचल संपत्ति का पता चला है। इससे पहले उनके खिलाफ आय से 1 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था। बैंक और वित्तीय संस्थानों में भी उनके काफी रुपए लगे हैं। 

आय 51 लाख, संपत्ति मिली 1.23 करोड़ की

एसवीयू के मुताबिक अनुभूति श्रीवास्तव की अबतक की आमदनी 51,19,000 रुपए हैं। उनका अनुमानित खर्च 29,93,295 रुपए है। इस हिसाब से उनके पास 21,25,705 रुपए का बचत बनता है। पर जांच के दौरान अनुभूति श्रीवास्तव की संपत्ति 1,23,01,189 रुपए की पाई गई जो कि उनके आय से 1,01,75,484 रुपए अधिक है। इसी आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद छापेमारी की गई। तलाशी में एक लाख के करीब नगद राशि भी मिली है।  

बगल के फ्लैट का किया था एग्रीमेंट

अनुभूति श्रीवास्तव का रुकनपुरा के तिलक नगर स्थित अपर्णा अपार्टमेंट में फ्लैट है जो कि उनके और मां के संयुक्त नाम पर है। कागज पर इसकी कीमत 38 लाख रुपए है। वहीं छापेमारी के दौरान उसी के बगल के फ्लैट के एग्रीमेंट का पेपर भी मिला है। एग्रीमेंट में 22 लाख रुपए का भी जिक्र है। इसके अलावा इंदौर में एक फ्लैट लेने से संबंधित दस्तावेज भी मिले हैं। उनके पास इनोवा और अर्टिगा गाड़ियां भी हैं। 

एसवीयू के एफआईआर के मुताबिक अनुभूति श्रीवास्तव ने भारी मात्रा में राशि बैंक और विभिन्न वित्तीय संस्थानों में लगा रखा है। विभिन्न बैंकों में करीब 73 लाख रुपए जमा होने की बात सामने आई है। वहीं पत्नी, बच्चों के नाम पर बीमा और म्यूचुअल फंड आदि में भी उनका अच्छा खासा निवेश है। सलाना 15 लाख रुपए से अधिक प्रीमियम की राशि इस मद में कई वर्षों से जमा की जा रही है।

मॉरिशस की यात्रा भी कर चुके हैं

अनुभूति श्रीवास्तव के घर की तलाशी में उनके विदेश भ्रमण और कई बार विमान से यात्रा के दस्तावेज भी मिले हैं। एसवीयू के मुताबिक वह मॉरिशस की यात्रा भी कर चुके हैं। दो बैंक लॉकर का भी पता चला है, जिसे बाद में खोला जाएगा। जांच के दौरान उनकी चल-अचल संपत्ति और भी बढ़ने की आशंका जताई गई है।   

जनता दरबार पहुंचा था मामला

अनुभूति श्रीवास्तव पर भभुआ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी रहते भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। बाद में उनका तबादला हाजीपुर कर दिया गया। कैमूर के डीएम की जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्हें 18 अगस्त को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि इसी बीच यह मामला मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचा था। मुख्यमंत्री के संज्ञान में बात आने के बाद इस मामले में त्वरित कार्रवाई हुई और अनुभूति श्रीवास्तव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करते हुए बुधवार को छापेमारी की हुई।