यूपी पंचायत सहायक भर्ती में मेरिट लिस्ट बन चुकी है। इसे अब जिले स्तर पर प्रशासनिक टीम चेक कर रही है। वहीं दूसरी ओर इस भर्ती में अपनों को नाैकरी दिलवाने के लिए नया खेल शुरू हो चुका है। अब पंचायत सदस्यों ने इस्तीफे देने शुरू कर दिए हैं। बुलंदशहर जिले के डिबाई ब्लॉक की चार ग्राम पंचायतों से सदस्यों ने पद से त्याग पत्र देने के प्रार्थना पत्र दिए हैं।
बता दें कि पंचायत सहायक में प्रधान या फिर सदस्य के परिवार के लोग आवेदन नहीं कर सकते हैं। ऐसे में अपनों को नौकरी दिलाने के लिए सदस्य इस्तीफें दे रहे हैं। विभाग ने अभी इनके इस्तीफों को स्वीकार नहीं किया है। अभी और इस्तीफे आने की उम्मीद विभाग जता रहा है। ग्राम पंचायतों में राज्य सरकार द्वारा पंचायत सहायकों को नियुक्त किया जा रहा है। संविदा पर पांच वर्ष के लिए पंचायत सहायकों को रखा जाएगा और छह हजार रुपये इन्हें मानदेय के तौर पर दिए जाएंगे।
इसमें शासन ने विभिन्न शर्तों को रखा है, मुख्य रूप से ग्राम प्रधान एवं पंचायत सदस्यों के परिवार के लोग इसमें आवेदन नहीं कर सकेंगे और जिस आरक्षण से प्रधान बना है उसी के आरक्षण का पंचायत सहायक नियुक्त किया जाएगा। मगर इसमें कुछ ग्राम पंचायत सदस्यों के परिजनों ने भी आवेदन किया है और जब उन्हें नियम के बारे में पता चला तो उन्होंने अब अपने सदस्य के त्यागपत्र से पंचायत राज विभाग को इस्तीफे के लिए प्रार्थना पत्र भेज दिए हैं। इसमें डिबाई ब्लॉक की ऊंचागांव बांगर, गंगापुर, घुसराना गैल और बढ़नापुर कला से पंचायत सदस्यों ने शपथ पत्र के साथ इस्तीफे सौंपे हैं। हालांकि विभाग ने अभी तक इन्हें स्वीकार नहीं किया है। प्रधान संगठन एवं पंचायत सदस्य इस नियम को वापस लेने की मांग भी उठा रहे हैं। डीपीआरओ ने बताया कि जिन सदस्यों के इस्तीफे आए हैं, उन्होंने पंचायत सहायक भर्ती के चलते पद से त्याग पत्र देने का हवाला किया है। विभाग जांच के बाद ही इस्तीफों को स्वीकार करेगा।
छह हजार आए आवेदन
पंचायत सहायक बनने के लिए जिले की 946 ग्राम पंचायतों में से 6,500 से अधिक आवेदन आए हैं और इनकी मेरिट लगभग तैयार हो चुकी है। बताया गया कि अभ्यर्थियों के अंकों के आधार पर मेरिट बनेगी और जिसके ज्यादा अंक होंगे वह इसमें चयनित हो पाएगा। डीपीआरओ ने बताया कि 10 सितंबर तक अंतिम सूची जारी कर अभ्यर्थियों का पंचायत सहायक के लिए चयन कर लिया जाएगा। सूची में अब अंतिम चरण में कार्य चल रहा है। डा. प्रीतम सिंह, डीपीआरओ बताते हैं कि चार ग्राम पंचायत सदस्यों के इस्तीफे आए हैं। शपथ पत्र के साथ उन्होंने त्यागपत्र के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। अभी उनके इस्तीफों को स्वीकार नहीं किया गया है। उच्चाधिकारियों से इस मामले में वार्ता की जाएगी। ब्लॉक स्तर से इनके इस्तीफों के प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए हैं।