सर आपने तो कहा था कि चलो कुछ जानकारी लेनी है, पूछताछ के बाद छोड़ देंगे। आपने तो मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। किशोर न्याय बोर्ड से इजाजत लेकर बिकरू कांड की नाबालिग ने इंस्पेक्टर चौबेपुर कृष्ण मोहन राय से सवाल किए तो उनकी नजरें झुकी रह गईं।
दो जुलाई 2020 को हुए बिकरू कांड में कुख्यात आरोपियों के साथ नाबालिग किशोरी को भी पुलिस ने गंभीर धाराओं में आरोपी बनाया है। किशोरी दो दिन पहले ही विकास के करीबी के साथ शादी करके बिकरू पहुंची थी। नाबालिग किशोरी को इतनी बड़ी घटना में मुख्य आरोपी बनाने पर शुरू से ही सवाल उठाए जा रहे हैं।
किशोरी के अभिलेखों के अनुसार कोर्ट ने उसे नाबालिग माना है। उसकी सुनवाई किशोर न्याय बोर्ड में चल रही है। किशोर न्याय बोर्ड में बयान दर्ज कराने आए इंस्पेक्टर कृष्ण मोहन राय उसे गिरफ्तार करने के बाद पहली बार मिले थे।
जैसे ही नाबालिग ने इंस्पेक्टर को सामने देखा तो कहा कि सर, आप तो भरोसा देकर ले गए थे पर इतने बड़े मामले में आरोपी बनाकर जिंदगी बर्बाद कर दी। आपने तो कहा था कि तुम्हारा क्या कसूर है, तुम्हारी शादी दो दिन पहले ही हुई है। ऐसी बातें करने के बाद आपने जेल भेज दिया।
मां से आंखें मिलीं तो फफककर रो पड़ी
नाबालिग को सोमवार को बाराबंकी स्थित किशोरी संप्रेक्षण गृह से माती किशोर न्याय बोर्ड लाया गया। उसके आने की जानकारी पर उसकी मां व कई रिश्तेदार भी पहुंच गए थे। जैसे ही उसने मां को देखा तो फफककर रोने लगी। सुनवाई के बाद पुलिस उसे बाराबंकी के लिए लेकर रवाना हो गई।
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